रतलाम में जमीन के पट्टों की मांग कर रहे ''गरीबों'' पर प्रशासन की धक्का-मुक्की, सीएम ने कुछ दिन पहले किया था ऐलान

author-image
BP Shrivastava
एडिट
New Update
रतलाम में जमीन के पट्टों की मांग कर रहे ''गरीबों'' पर प्रशासन की धक्का-मुक्की, सीएम ने कुछ दिन पहले किया था ऐलान

आमीन हुसैन, RATLAM. मध्यप्रदेश में शुक्रवार (19 मई) को जनसेवा दिवस मनाया जा रहा था। तभी रतलाम की गरीब जनता कलेक्टर कार्यालय पहुंची। जहां वर्षों से रह रहे लोग उस जमीन के पट्टों की मांग को लेकर अफसरों की आनाकानी को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। व्यवस्था में तैनात एसडीएम केशव कुमार पांडे्य और पुलिस कर्मी भी प्रदर्शनकारियों से धक्का-मुक्की करते दिखाई दिए। और अब इसका वीडियो वायरल हो रहा है।



रतलाम कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन



यह चुनावी साल है और सीएम शिवराज सिंह चौहान लगातार घोषणाएं कर रहे हैं। इसी क्रम में कुछ दिन पहले सीएम ने रतलाम दौरे पर गरीबों को आवास और पट्टे देने की बात कही थी, लेकिन इसका असर सिस्टम पर बिलकुल नहीं दिख रहा है। शुक्रवार को रतलाम में जनसेवा दिवस मनाया जा रहा था। इसी दौरान बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। इन्ही में से कुछ लोगों ने गरीबों को पट्टे देने की मांग कर दी। सुनवाई होते ना देख, लोगों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने ही धरना शुरू कर दिया।



विधायक ने किया छलावा, पहले बसाया, अब हटा रहे



पट्टों की मांग करने पहुंची प्रदर्शनकारियों ने बताया कि 9-10 साल से जहां रह रहे थे, वहां से बीजेपी विधायक चैतन्य कश्यप ने हमें दूसरी जगह भेज दिया था। कहा था यह सरकार जमीन है यहां के पट्टे तुम्हें दिलवा देंगे, सब लोग यहां पर रहो। अब इतने साल बाद फिर हमें उस जमीन से भी हटा रहे हैं और कह रहे हैं कि यह तो निजी जमीन है। अब महिलाएं विधायक से पूछ नहीं हैं कि आपने पहले क्या देखा था। महिलाओं का कहना है कि सरकार के विधायक हैं फिर भी हमें भगा रहे हैं। यह हमारे साथ छल कपट किया जा रहा है। महिलाओं का यह भी कहना है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान हमें आश्वासन देते हैं कि जहां रहोगे वहीं पट्टा मिलेगा, वहीं जमीन तुम्हें दी जाएगी। फिर हमारे साथ ऐसा भेदभाव क्यों हो रहा है।



प्रदर्शनकारियों पर होगी रास्ता रोकने की कार्रवाई



अधिकारियों के कहने पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों महिलाओं सहित कुछ लोगों पर मामला दर्ज किया है। दो बत्ती थाने में पदस्थ मामले के जांच अधिकारी आशीष पाल ने बताया कि कुछ लोगों ने पट्टे की मांग को लेकर लोगों का रास्ता बंद किया था जिस पर धारा 188 और 341 में केस दर्ज कर जांच शुरू की गई है और कौन-कौन लोग शामिल थे, इसकी भी छानबीन चल रही है।

 


रतलाम में प्रशासन ने धक्का-मुक्की की रतलाम कलेक्ट्रेट पर गरीबों का प्रदर्शन रतलाम में जनसेवा दिवस पर हंगामा Ratlam administration pushed and shoved मध्यप्रदेश न्यूज रतलाम समाचार demonstration of poor at Ratlam Collectorate Uproar on Public Service Day in Ratlam Ratlam News Madhya Pradesh News
Advertisment