Seoni, Vinod Yadav. टाइगर स्टेट मध्यप्रदेश में एक बार फिर बाघ के शिकार की घटना सामने आई है। इस बार सिवनी जिले के रूखड़ वन परिक्षेत्र के बकरमपाठ इलाके में भारी-भरकम बाघ का शव बरामद हुआ। शव के पास ही करंट लगाने में प्रयुक्त तार पाया गया जिससे करंट लगाकर बाघ का शिकार किया गया था। घटना की सूचना जैसे ही वनविभाग को मिली तो हड़कंप मच गया। पहले तो विभाग के आला अधिकारी घटना के बारे में कोई भी जानकारी देने से बचते रहे। बाद में करंट लगाकर बाघ के शिकार की पुष्टि की गई।
शिकारियों के जुटाए सुराग
सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मौके से शिकार में प्रयुक्त जीआई तार बरामद किया और बाघ के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। शिकार में मृत बाघ की उम्र 8 साल के करीब बताई गई है। बकरमपाठ गांव में खेतों से लगे जंगल में वन अमले को गश्त के दौरान बाघ मृत अवस्था में दिखाई दिया था। जिसके बाद वन अमले ने डॉग स्क्वॉड की मदद से मौके पर छानबीन की।
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मुखबिर तंत्र को किया सक्रिय
पेंच टाइगर रिजर्व से सटे इलाके में शिकार की वारदात ने वनविभाग को सीधी चुनौती दी है। जिसके चलते वन विभाग ने मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर दिया है। मौका ए वारदात से सटे खेतों के मालिकों और किसानों से भी पूछताछ की जा रही है। बता दें कि हाल ही में प्रदेश में बाघ के शिकार की घटनाओं में इजाफा हुआ है। पिछले दिनों पन्ना में तार में फंसाकर बाघ के शिकार की तस्वीरें सामने आई थीं और अब सिवनी में बाघ के शिकार की घटना ने जंगलों में शिकारियों के निरंकुश होने की पोल खोल कर रख दी है।