Jabalpur. जबलपुर में कांग्रेस कार्यालय में बजरंग दल कार्यकर्ताओं द्वारा की गई तोड़फोड़ के मामले में पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक अजय विश्नोई ने खुलकर बयान दिया है। विश्नोई ने कहा कि बजरंग दल द्वारा जो भी कृत्य किया गया वह गलत किया गया है। बजरंगियों को ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए था। दरअसल कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए जारी किए गए कांग्रेस के मैनिफेस्टो में बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कही गई थी, जिसको लेकर बजरंग दल कार्यकर्ता भड़के हुए हैं। गुरूवार को बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने बगैर पुलिस को सूचना दिए मार्च निकाला और कांग्रेस दफ्तर में जमकर तोड़फोड़ कर दी थी।
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सत्ता पक्ष का किया बचाव
वहीं कांग्रेस ने इस मामले में यह आरोप लगाया था कि सत्ता के संरक्षण में पुलिस ने जानबूझकर बजरंग दल कार्यकर्ताओं को तोड़फोड़ करने से नहीं रोका। जिस पर अजय विश्नोई ने कहा कि यह बात जरूर सच है कि पुलिस मौके पर विलंब से पहुंची थी लेकिन यह आरोप गलत है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। विश्नोई ने बताया कि अब तक 10 से ज्यादा बजरंग दल कार्यकर्ता इस मामले में जेल में हैं।
विश्नोई बोले कि पुलिस लगातार इस मामले में कार्रवाई कर रही है। अब तक 13 कार्यकर्ताओं को अरेस्ट किया जा चुका है और उन्हें जेल भी भेजा गया है। यदि पुलिस को सत्ता का संरक्षण होता तो एक भी कार्यकर्ता गिरफ्तार नहीं होता। दरअसल गुरूवार को बजरंग दल कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय के गेट का ताला तोड़कर कांग्रेस कार्यालय में जा घुसे थे। वहां रखे ग्रेनाइट के पत्थर और कांच वगैरह तोड़ दिए गए और परिसर में रखे गमले फोड़ दिए गए थे। बजरंगियों ने सोनिया गांधी के पोस्टर को भी अपना निशाना बनाया था। पुलिस ने वीडियो के आधार पर अब तक दर्जन भर से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं कांग्रेस पूरे के पूरे 2 सैकड़ा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने पर अड़ी है। जिसको लेकर 7 मई को भी कांग्रेस प्रदर्शन करने जा रही है।