Dindori. वन अधिकारों के लिए वन ग्राम में रहने वाले आदिवासी और अन्य परंपरागत वन निवासी के साथ हुए अन्याय के खिलाफ वन अधिकार कानून तो 2008 में पारित हो गया लेकिन 14 साल बाद भी प्रदेश के कई जिलों में इस कानून का पूरी तरह क्रियान्वयन नहीं हो रहा है। जिससे खफा डिंडोरी जिले के आदिवासी जल जंगल जमीन बचाओ साझा मंच के बैनर तले धरना दे रहे हैं। इस अनिश्चितकालीन धरने की शुरूआत करते हुए मध्यप्रदेश मानव अधिकार संरक्षक सदस्यगण कलेक्ट्रेट के सामने रानी दुर्गावती की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए। आदिवासी वन ग्राम के इन लोगों की मांग है कि ववन अधिकारों की मान्य अधिनियम 2006 की धारा 3(1) के तहत वनवासियों को भूअधिकार प्रदान किए जाएं। इसके अलावा अन्य मांगों को लेकर भी यह धरना किया जा रहा है।
राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
धरने के दौरान धरने पर बैठे प्रतिनिधियों ने प्रशासन को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा और अपनी मांगों का जल्द निराकरण करने की मांग की है।
14-15 को मनेगा मंडला का गौरव दिवस
इधर मंडला में कलेक्टर हर्षिका सिंह ने आगामी 14-15 नवंबर को जिले में मनाए जा रहे मंडला जिले के गौरव दिवस के आयोजन को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में अनेक पारंपरिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। बैठक में बिरसा मुंडा जयंती और उसके अगले दिन होने वाले कार्यक्रम और तैयारियों को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए। बैठक के दौरान समारोह में प्रस्तुति देने वाले लोक कलाकारों के लिए व्यवस्थाओं और जिले वासियों की सहभागिता सुनिश्चित करने अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।