REWA. 6 निर्दलीय पार्षदों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली जिसके बाद अब सदन में भाजपा का कब्जा तय माना जा रहा है। बहुमत के लिए भाजपा को 23 पार्षदों की जरूरत थी जबकि उसके पास अब 24 पार्षद है। भाजपा कार्यालय अटल कुंज में पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला और पार्टी जिला अध्यक्ष अजय सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इनमें से ज्यादातर ने पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की।
24 साल बाद कांग्रेस ने हथियाई महापौरी
24 साल बाद रीवा शहर की महापौरी हारने के बाद नगर निगम के परिषद में अपना कब्जा जमाने भाजपा ने मास्टर स्ट्रोक खेला है। यहां सदन में जनहित के मुद्दे और एजेंडे को पूरा करने के लिए बीजेपी ने कांग्रेस से चार कदम आगे वाली चाल चली है। 45 वार्डों वाले रीवा नगर निगम में अभी तक भाजपा के 18 सदस्य, कांग्रेस के 16 सदस्य और 11 निर्दलीय पार्षद चुनकर सदन पहुंचे थे। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि निर्दलीयों के भरोसे महापौर अजय मिश्रा बाबा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाकर सदन पर कब्जा जमा लेंगे पर कांग्रेस की बाजी को भाजपा ने पलट दिया है। अटल कुंज भाजपा कार्यालय में पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ला और भाजपा जिला अध्यक्ष अजय सिंह ने 6 निर्दलीय पार्षदों को भाजपा की सदस्यता दिला दी है।
कौन- कौन हुआ शामिल
भाजपा ने जिन 6 निर्दलीय पार्षदों को सदस्यता दिलाई है। उसमे वार्ड क्रमांक 1 से पार्षद शिवराज रावत, वार्ड क्रमांक 5 से पार्षद संजय सिंह, वार्ड क्रमांक 22 से पार्षद पूजा प्रमोद सिंह, वार्ड क्रमांक 40 से पार्षद नीलू कटारिया, वार्ड क्रमांक 43 से पार्षद शांति उर्फ आशा सहित वार्ड 28 की पार्षद का नाम शामिल हैं। बताया जा रहा है की इनमे से ज्यादातर लोग भाजपा से बागी होकर नगर निगम वार्ड पार्षदी का चुनाव लड़े थे। 2 जून को पार्टी ने 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया था। अब उन्हीं को मनाकर घर वापसी कराई है।
वेंकटेश हो सकते हैं बीजेपी का चेहरा
20 जुलाई को आए रीवा नगर निगम के नतीजों में भाजपा के 18, कांग्रेस के 16 और 11 निर्दलीय पार्षदी जीते थे। वहीं भाजपा के महापौर प्रत्याशी प्रबोध व्यास को कांग्रेस उम्मीदवार अजय मिश्रा बाबा ने 10 हजार ज्यादा मतों से हराया था। जिसके बाद रीवा के भाजपा नेतृत्व की प्रदेशभर में किरकिरी हुई थी। अब प्रदेश नेतृत्व चाहता था कि महापौरी तो खो दिए है लेकिन अगर सदन में भाजपा का बहुमत रहेगा, तो विकास मूलक कार्य उसी तरह होते रहेंगे। ऐसे में भाजपा का ये प्लान सक्सेज हो गया है। भाजपा की तरफ से वेंकटेश पांडेय का नगर निगम का अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है।