INDORE. भारतीय सेना के जवान के शरीर में अब इंदौरी दिल धड़केगा। 30 जनवरी, सोमवार सुबह करीब 8.50 बजे इंदौर के जुपिटर विशेष अस्पताल से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एयरपोर्ट भेजा गया। यहां पहले ही तैयार सेना के विशेष विमान से इसे पुणे भेजा गया। दिल लेने के लिए कार्डियक सर्जन कर्नल डा. सौरभ सिंह की नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम एक रात पहले ही इंदौर पहुंच गई थी। सोमवार सुबह जुपिटर अस्पताल से दूसरा ग्रीन कारिडोर चोइथराम अस्पताल के लिए और तीसरा ग्रीन कारिडोर बाम्बे अस्पताल के लिए बनाया गया।
सैनिक के सीने में धड़केगा व्यापारी का दिल
दरअसल, उज्जैन के शुभम पैलेस निवासी आलू-प्याज व्यवसायी 34 वर्षीय प्रदीप आसवनी को सड़क हादसे में सिर में चोट आई थी, जिसके इलजा के लिए प्रदीप को 21 जनवरी को विशेष जुपिटर अस्पताल इंदौर में भर्ती कराया गया था। सभी कोशिशों के बाद भी प्रदीप की जान बचाना संभव नहीं हो सका। उनकी पहली एपनिया ब्रेन स्टेम डेथ डिक्लेरेशन 28 जनवरी को रात 11:48 बजे टीएचओए नियम, 2014 के तहत 4 डॉक्टरों की टीम द्वारा हुई, इसके बाद रविवार को उसी डॉक्टर्स की टीम द्वारा कन्फर्म किया गया कि प्रदीप की ब्रेन स्टेम डेड हैं। जिसके बाद प्रदीप के अंग अन्य जरुरतमंद लोगों को ट्रांस्प्लांट हो सकेंगे।
मां, भाई और बहन ने कहा- दूसरों के लिए नई जिंदगी से बढ़कर कुछ नहीं
इस मामले में मां कविता, छोटे भाई चिराग व बहन वाणी रतनानी ने सहमति दी और कहा कि अगर उनके अंगों से अन्य को नई जिंदगी मिलती है तो उन्हें इससे बड़ा कुछ और नहीं हो सकता। इस पर फिर ऑर्गन्स ट्रांसप्लांट की तैयारियां की गई। विशेष जुपिटर हॉस्पिटल से एयरपोर्ट, दूसरा चोइथराम हॉस्पिटल के लिए तथा तीसरा बॉम्बे हॉस्पिटल के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए। सोमवार को तीनों कॉरिडोर के लिए ट्रैफिक पुलिस, सीआईएसएफ एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी से समन्वय कर ऑर्गन्स पहुंचाए गए जहां ट्रांसप्लांट की प्रोसेस शुरू हो गई।
इनकी रही खास भूमिका
इस मामले में कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में ग्रीन कॉरिडोर व अंगदान की प्रक्रिया प्लान की गई। इसमें ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी महेशचंद जैन, अरविंद तिवारी के साथ ट्रैफिक के जवानों की अहम भूमिका रही जिससे रास्ते में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। विशेष जुपिटर हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. सीएस पंडित, सीनियर इंटेंसिविस्ट डॉ. भाविक शाह, जनरल मैनेजर मैनेजर डॉ. तुषार पाटिल, मुंबई हॉस्पिटल के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ, अमित जोशी व ऑर्गन ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर दीपा सिंह व टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अंगों के आवंटन का काम एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित, नोडल ऑफिसर डॉ. मनीष पुरोहित, शुभम वर्मा एवं निधि शर्मा द्वारा पूरा किया गया। अंगदान के दौरान सांसद लालवानी ने डीन डॉ. संजय दीक्षित तथा आसवानी परिवार से मुलाकात कर व्यवस्था को मजबूती दी गई। इसके साथ ही मुस्कान ग्रुप के सेवादार मोनीषा बगानी, लकी खत्री ने समन्वय बनाया।