संजय गुप्ता, INDORE. बड़े नेताओं को खुश करने के लिए छोटे नेताओं और कार्यकर्ताओं के पोस्टर, बैनर लगाने की इंदौर में पुरानी पंरपरा है। इसी परंपरा के तहत महापौर बनने के बाद पहली बार पुष्यमित्र भार्गव के भी जन्मदिन कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह उनके पोस्टर, बैनर लगा दिए। खासकर जेंट्री गेट को टारगेट किया गया, जिससे यह पोस्टर सभी को नजर आएं। लेकिन हाल ही में जिस तरह से भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पोस्टर शहर से हटाए गए, इसके बाद महापौर के पोस्टर सभी की नजरों में आ गए और कांग्रेस ने इन पोस्टरों को लेकर आपत्ति ली। विवाद बढ़ा तो निगम और खुद के बचाव में महापौर पुष्यमित्र भार्गव आ गए और उन्होंने एक वीडियो जारी कर इस मामले में खेद जताया।
वीडियो जारी कर कहा नियम सभी के लिए समान
भार्गव ने वीडियो जारी कर कहा कि नियम सभी के लिए समान है और मैंने पोस्टर की जानकारी सामने आने के बाद तत्काल रिमूवल दस्ते, निगम अधिकारियों को इन्हें हटाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नियम सभी के लिए समान हैं, जो नियत जगह है वहीं पोस्टर लगने चाहिए।
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भारत जोड़ो यात्रा के पोस्टर और शुक्ला की कथा पोस्टर पर हुए विवाद
नवंबर महीने में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूरे शहर में यात्रा मार्ग पर जमकर पोस्टर, बैनर लगे थे। इस पर निगम ने कार्रवाई करते हुए इन्हें हटवाया था और दिन भर रिमूवल दस्ता घूम-घूमकर इन्हें हटा रहा था। तब कांग्रेस और निगम के बीच जमकर विवाद हुआ था और खुद सांसद दिग्विजिय सिंह निगम के दफ्तर अधिकारियों से मिलने गए थे, ताकि पोस्टर नहीं हटाए जाएं। बाद में कार्रवाई रोकी गई। इसी तरह कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला की कराई गई पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के पोस्टर भी कई बार हटाए गए, जिसे लेकर जमकर विवाद हुआ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तो कांग्रेस के पोस्टर हटाने से नाराज होकर सड़क पर ही कुर्सी लगाकर बैठ गए थे और कहा था कि हम निगम को चवन्नी ज्यादा दे देंगे, यह पोस्टर नहीं हटाए जाएं। अब महापौर के पोस्टर लगने के बाद कांग्रेस ने निगम और माहपौर को घेरा था।