इंदौर की वर्षा डोंगरे ने ‘स्टार लाइन मिस इंडिया कांटेस्ट’ अवार्ड जीता। वर्षा मूक बधिर है। वो न बोल सकती है और न सुन सकती है। लेकिन उन्होंने इसे अपने सपनों के बीच आने नहीं दिया। उन्होंने मॉडलिंग करने का सपना देखा था। लेकिन इसके लिए घरवालों के पास पैसा नहीं था। उन्होंने इसके लिए यूट्यूब से कांटेस्ट की ट्रेनिंग ली। और प्रतियोगिता में वर्षा ने 1 हजार प्रतियोगियों से आगे निकलकर अवार्ड जीता।
मां ने 60 हजार रुपए उधार लेकर आगरा भेजा
वर्षा 2018 में वह पहली बार ‘मिस मूक-बधिर इंडिया’ बनी थी। उनके पिता चाहते कि वह मूक-बधिर कैटेगरी में नहीं बल्कि सामान्य कैटेगरी में हिस्सा लेकर अवार्ड अपने नाम करें। इसके लिए उन्होंने आगरा में आयोजित होने वाली स्टार लाइन मिस इंडिया कांटेस्ट में हिस्सा लेने का फैसला किया। लेकिन इसके लिए उनके पास पैसा नहीं था। उनकी मां ने 60 हजार रूपए उधार लेकर उन्हें इस कांटेस्ट में भेजा और उन्होंने ये अवार्ड अपने नाम कर नई मिसाल पेश की।
वर्षा ने ऑनलाइन सीखी मॉडलिंग
वर्षा की मां और बहन भी मूक बधिर है। वो सिलाई कड़ाई का काम करती है। ब्यूटी क्वीन्स कांटेस्ट के लिए बड़े शहरों में जाना पड़ता है, जहां इसकी ट्रेनिंग, ग्रूमिंग सेशन, कॉस्टुम्स, ब्यूटी पॉर्लर आदि के लिए लाखों रुपए लग जाते हैं। वर्षा के पास रुपए नहीं थे तो उसने यू ट्यूब पर कई इंटरनेशनल ब्यूटी क्वीन्स कांटेस्ट देखी। इसमें लड़कियों के कॉस्टुम्स, हावभाव आदि को देखकर उन्होंने मॉडलिंग सीखी और अपने सपनों को पूरा किया।