संजय गुप्ता, INDORE. बजट में सोने की ड्यूटी कम करने की लगातार हो रही मांग को अनसुना कर दिया गया है, उलटे चांदी पर ड्यूटी बढ़ा दी गई है। चांदी पर ड्यूटी साढे सात फीसदी से बढ़कर दस फीसदी हो गई है, साथ ही इस पर एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट सेस (एआईडीसी) को ढ़ाई से बढ़ाकर 5 फीसदी कर इफेक्टिव दर 15 फीसदी कर दी गई है। इस तरह सिल्वर डोर पर दस फीसदी बेसिक इंपोर्ट ड्यूटी और 4.35 फीसदी सेस करते हुए इफेक्टिव दर 14.35 फीसदी कर दिया गया है। इसका सीधा असर चांदी की कीमत पर दिखा और बजट खत्म होने के बाद 2 हजार रुपए प्रति किलो भाव बढ गए। उधर सोने में इफेक्टिव ड्यूटी कम नहीं होने से इसके दाम भी बढ़ गए और 57 से बढकर 58 हजार रुपए प्रति तोले पर पहुंच गए। बजट की इस घोषणा से सराफा बाजार में खासी मायूसी और निराशा है। ऑल इंड़िया जेम्स एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसलिंग तो जबकि यह ड्यूटी कम करने की मांग कर रही थी।
सोने की तस्करी और बढ़ेगी
डायरेक्टोरेट आफ रिवेन्यू (डीआरआई) की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर साल 150 से 200 टन सोने की तस्करी होती है। ये सोना मुख्य रूप से खाडी देशों दुबई से और म्यामांर के रास्ते भारत आता है। हर साल सरकारी एजेंसी इसमें से मात्र 800 से 900 किलो सोना यानि मात्र एक टन करीब ही पकड़ पाती हैं। इसकी कीमत 500 करोड़ रुपए के करीब होती है। जबकि तस्करी से आने वाले सोने की कीमत 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की होती है।
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अब यह हो गई ड्यूटी
बीजेपी व्यापारी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी और सराफा कारोबारी निर्मल वर्मा ने कहा कि ड्यूटी में कमी नहीं होने से सराफा बाजार को खासी निराशा हुई है, जबकि एसोसिएशन लगातार केंद्र के सामने अपनी मांग रख रही थी। इससे बाजार पर खासा असर होगा और लगातार तस्करी बढ़ने की खबरें तो लगातार आ रही हैं, इससे ग्रे मार्केट बढेगा और ईमानदारी से काम करने वाले सराफा कारोबारियों के लिए मुश्किल होगी।