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संजय गुप्ता, INDORE. पाकिस्तान के कराची बेस धार्मिक संगठन दावत-ए-इस्लामी इंडिया ने 19 फरवरी को इंदौर के ग्रीन पार्क कॉलोनी चंदननगर में पहली बार इज्तिमा का आयोजन किया। इज्तिमा का मतलब है इकट्ठे होना। उदयपुर में जून 2022 में हुए टेलर कन्हैयालाल के हत्यारे मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद के तार इसी संगठन से जुड़े थे। गौस मोम्मद तो 2014 में कराची भी गया था। राजस्थान के डीजीपी एमएम लाठर ने इसका खुलासा किया था और एनआईए ने भी जांच की थी। बताया जा रहा है कि आयोजन की मंजूरी पुलिस विभाग से किसी सरवर नाम के व्यक्ति ने 8 फरवरी को धार्मिक आयोजन के नाम पर ली थी।
हाल के समय में यह संगठन अपना तेजी से फैलाव कर रहा है और नए लोगों को जोड़ने के लिए इस तरह के कार्यक्रमों की शुरुआत की गई। सुबह से देर शाम तक इसका आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों की तादाद में युवक पहुंचे थे। यह कॉलोनी रघुवीर गृह निर्माण संस्था द्वारा विकसित की गई है, जिस पर मुख्य तौर पर दस्तक परिवार ही अध्यक्ष और संचालकगण रहा है। बताया जा रहा है कि इस संगठन ने अपना मुख्य नेटवर्क चंदननगर में फैलाया हुआ है और यह ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने में लगा हुआ है। फिलहाल इस संगठन पर किसी तरह के प्रतिबंध केंद्र और राज्य सरकारों ने नहीं लगाए हैं, इसके चलते यह तेजी से अपने फॉलोअर्स बढ़ा रहा है।
क्या है दावत ए इस्लामी?
दावत ए इस्लामी एक सुन्नी मुस्लिम संगठन है, इसका काम पैगंबर मोहम्मद साहब के संदेशों का प्रचार-प्रसार करना है। इसका गठन 1981 में कराची पाकिस्तान में मौलाना इलियास अत्तारी ने किया था। दुनियाभर में 194 देशों में इनका संगठन है। भारत में दावत ए इस्लामी इंडिया नाम से इनकी शाखा है, जिसका मुख्यालय मुंबई में फैजान ए मदीना 50 टन टन पुरा स्ट्रीट खड़क मस्जिद में हैं। देश में मुंबई के अलावा, यूपी, तेलांगाना समेत कई जगहों पर इसके दफ्तर हैं।
मप्र में इंदौर और मंदसौर में औपचारिक दफ्तर
इस संगठन का इंदौर में दफ्तर फैजाने कान्जुल इमान मस्जिद (दावते इस्लामी इंडिया) के नाम से 318/5 चंदननगर इंदौर मप्र में हैं। इसके अलावा मंदसौर में फैजाने मदीना दावाते इस्लामी नाम से 10 नंबर नाका, महू नीमच बायपास पर हैं।
ऑनलाइन कोर्स कराने के साथ सोशल मीडिया पर एक्टिव है
यह संगठन अपनी वेबसाइट पर औपचारिक तौर पर 30 से ज्यादा तरह के ऑनलाइन कोर्स कराता है, जिसकी मासिक फीस हजार रुपए के करीब होती है। इसके अलावा यह संगठन फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब सभी पर एक्टिव है। ट्विटर पर इसके 20 हजार 500 फॉलोअर्स है, वहीं यूट्यूब पर करीब दो लाख सब्सक्राइबर्स हैं। संगठन ऑनलाइन कोर्स स्काइप ऐप के माध्यम से कराता है।
यूपी सरकार ने की थी कार्रवाई
उदयपुर घटना के बाद यूपी में योगी सरकार ने इस संगठन के खिलाफ पीलीभीत में एक्शन लेते हुए कुछ स्कूलों को बंद कराया और सैकड़ों डोनेशन बॉक्स को हटवाया था। इसमें ये समाजजनों से विविध कामों के लिए चंदा लेते थे।
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