संजय गुप्ता, INDORE. दो साल से फरार चल रहे भू-माफिया दीपक मद्दा उर्फ दिलीप सिसौदिया उर्फ दीपक जैन ने एक और बड़ा कांड कर दिया है। तत्कालीन कलेक्टर मनीष सिहं ने जमीनों के खेल के मामले में फरवरी 2021 में मद्दा के खिलाफ 6 एफआईआर कराई थी और फिर रासुका लगाई। इसके बाद वह फरार हो गया। अब चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि मद्दा ने पुलिस को अपर मुख्य सचिव एसीएस गृह डॉ. राजेश राजौरा के हस्ताक्षर वाला पत्र पुलिस को भेजकर कहा कि उसकी गिरफ्तारी नहीं की जाए, क्योंकि मेरी रासुका गृह विभाग ने निरस्त कर दी है। पुलिस ने जब गृह विभाग से पत्र की जानकारी मांगी तो पता चला कि ऐसा कोई पत्र ही जारी नहीं हुआ। इसके बाद खजराना पुलिस ने उस पर धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज बनाने आदि धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
फरवरी 2022 का है जाली पत्र
जानकारी के अनुसार ये पत्र 14 फरवरी 2022 की तारीख में जारी हुआ है। पत्र क्रमांक 3525/825/2022 जारी किया गया। पुलिस ने इसके लिए गृह विभाग से पत्राचार किया। सभी जांच के बाद सामने आया कि यह पत्र जारी नहीं हुआ है और रासुका भी निरस्त नहीं हुई है। इसके बाद गृहविभाग के सचिव गौरव राजपूत ने पुलिस को आवेदन दिया कि मद्दा पर केस दर्ज किया जाए। इसके बाद पुलिस ने गुरुवार ( 8 दिसंबर) रात को केस दर्ज कर लिया है।
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मद्दा पर इनाम भी घोषित
पुलिस ने पहले से ही मद्दा पर गिरफ्तार के लिए इनाम घोषित किया हुआ है। हिना पैलेस कॉलोनी से लेकर देवी अहिल्या की जमीन व कॉलोनाइजर सुरेंद्र संघवी और उसके बेटे प्रतीक संघवी के साथ मिलकर अयोध्यापुरी की जमीन में खेल करने को लेकर जिला प्रशासन ने उस पर अलग-अलग थानों में छह एफआईआर दर्ज कराई थी। इन एफआईआर के बाद वह फरार हो गया था। पुलिस अभी तक उसे ढूंढ नहीं पाई है।