योगेश राठौर, INDORE. इंदौर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने निगम के टेंडर घोटाले का भंडाफोड़ किया है। इस घोटाले में काम हो जाने के बाद इस काम के लिए टेंडर जारी किया गया है। निगम के अधिकारियों सत्ताधारी दल के नेताओं और ठेकेदारों की गठजोड़ से इस घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है।
वार्ड क्रमांक 9 में कमला नेहरू कॉलोनी के गेट पर एसीपी शीट लगाने का टेंडर किया जारी
चौकसे ने बताया कि नगर निगम के यातायात विभाग ने निगम के जोन क्रमांक 1 के अंतर्गत आने वाले वार्ड क्रमांक 9 में कमला नेहरू कॉलोनी के गेट पर एसीपी शीट लगाने का टेंडर 19 जनवरी को जारी किया है। इस टेंडर में काम की अनुमानित लागत 3.6 लाख रुपए लगाई गई है। इस काम को करने के इच्छुक ठेकेदारों से 2 फरवरी तक उनके ऑफर बुलवाए गए हैं। इस मामले में हकीकत यह है कि यह काम निगम के अधिकारियों सत्ताधारी दल के नेताओं और ठेकेदारों के गठबंधन के टेंडर जारी किए बगैर ही कराया जा चुका है।
25 दिसंबर को रखा था लोकार्पण समारोह
यह काम पूरा होने के बाद 25 दिसंबर को इसका लोकार्पण समारोह भी आयोजित किया गया। इस लोकार्पण समारोह में पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, एमआईसी सदस्य निरंजन सिंह चौहान और अश्विन शुक्ल और कई बीजेपी नेताओं ने भाग लिया। अब जब काम पूरा हो गया और उसका लोकार्पण हो गया उसके बाद फिर टेंडर जारी किए जाने का क्या मतलब है।
नगर निगम नेतापक्ष के आरोप
चौकसे ने कहा कि इस तरह की घटना ये बताती हैं कि नगर निगम में भ्रष्टाचार की गंगा बहाने का काम चल रहा है। ठेकेदार से मनमाफिक रेट पर काम करवा लिया जाता है। उसके बाद में टेंडर जारी कर टेंडर मंजूर करने की औपचारिकता को पूरा किया जा रहा है।