संजय गुप्ता, INDORE. देश में ग्रीन बांड लाकर पहली नगर निगम बनी इंदौर के इश्यू को 10 फरवरी, शुक्रवार को पहले ही दिन जमकर निवेशकों का भरोसा मिला। कुल 244 करोड़ के इश्यू पर 661.52 करोड़ की खरीदी ऑफर आ गए, जो कुल मूल्य का 2.71 गुना अधिक है। वहीं कुल 12.20 लाख शेयर के लिए 66 लाख 15 हजार 151 बोली लगी। महापौर पुष्यमित्र भार्गव और निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने कहा कि यह इंदौर की जनभागीदारी की नई मिसाल है, जो पूरे देश की निगमों को नया रास्ता दिखाएगी।
किस सेक्टर में कितना निवेश
नगर निगम ने इन बांड को चार सेक्टर में बांटा हुआ है, जिसमें 25 फीसदी बांड यानि 61 करोड़ की राशि के बांड इंस्टीट्यूटशनल निवेश में, 25 फीसदी कॉर्पोरेट सेक्टर में, 25 फीसदी एचएनआई यानी दो लाख से अधिक निवेश करने वाले निवेशकों के लिए और 25 फीसदी शेयर दस हजार से दो लाख तक के निवेश वाले निवेशकों के रिटेल सेक्टर के लिए रखी गई थी।
- इंस्टीट्यूटशनल में 61 करोड़ के बांड के बदले 229.35 करोड़ की बोली आई, 30.76 गुना।
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417.52 करोड़ के सब्सक्रिप्शन है पेंडिंग: सलूजा
शेयर बाजार के जानकार तेजपाल सिंह सलूजा ने कहा कि हालांकि 661.52 करोड़ की बांड खरीदी बोली लगने के बाद भी अभी 417.52 करोड़ के सब्सक्रिप्शन पेंडिंग है, यानी आने वाले दिनों में क्लीयर होगा कि यह बांड होल्ड करते हैं या अंतिम खरीदी से पीछे हटते हैं। हालांकि यह तय है कि निगम को मनचाही बांड राशि मिल गई है। शनिवार व रविवार को शेयर बाजार बंद रहता है, ऐसे में 13 व 14 फरवरी को बांड खरीदी के लिए अभी और समय रहेगा। वहीं 22 फरवरी को यह लिस्टेड होगा, तब बांड की कीमत खुला शेयर बाजार तय करेगा। इसकी कीमतें बढ़ने पर निवेशकों को लाभ होगा। वहीं अधिक कीमतें नहीं बढ़ने पर भी निवेशकों के लिए यह फायदा है कि उन्हें निगम द्वारा तय 8.44 फीसदी का सालाना ब्याज तो मिलेगा ही।