संजय गुप्ता, INDORE. श्री बेलेशवर महादेव झूलेलाल मंदिर के अंदर बनी बावड़ी के ऊपर हवनकुंड बना हुआ था, जहां पर यह हवन चल रहा था। मंदिर ट्रस्ट के सचिव मुरली सबनानी द्वारा घटना के करीब दो घंटे पहले 30 मार्च की सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर यह सेल्फी अपने मोबाइल से ली थी, जिसमें पीछे हवन कुंड और कुछ लोग बैठे दिख रहे हैं। इसके बाद लोगों की भीड़ बढ़ती चली गई और वहां छोटे से मंदिर कक्ष में 60 से ज्यादा लोग मौजूद थे। बावड़ी की सालों पुरानी जालियों, गर्डर में जंग लगने से कमजोर हो चुकी थी और इसी पर टाइल्स बिछाकर उसे थोड़ा पक्का कर ढांका हुआ था। जालियां एक साथ इतने लोगों को बोझ नहीं सह सकी और हवन कुंड के आसपास बैठे सभी लोग इसमें गिर गए। घटना सुबह साढ़े ग्यारह बजे के करीब की बताई जाती है।
मंदिर में नवरात्रि का हवन था
हर नवरात्रि में मंदिर में हवन का आयोजन होता है। मंदिर की दीवार पर बाहर बोर्ड भी लगा है, जिसमें लिखा है कि गुरूवार सुबह 30 मार्च को 9 बजे नवरात्रि माताजी का हवन है, जिसमें सभी भक्त प्रेमी हवन में आहूति देंगे, इसके बाद भंडारा प्रसादी होगी। यह हवन सालों से हो रहा है, लेकिन पहले यह घटना इसलिए नहीं हुई, क्योंकि हवन बाहर होता था, लेकिन इस बार मंदिर के बगल में नया मंदिर निर्माण काम चलने से जगह नहीं थी और मंदिर प्रबंधन ने मंदिर अंदर ही रखा, जिसके चलते पहली बार मंदिर में एक साथ इतने लोग बावड़ी के ऊपर बैठे हुए थे, जिससे यह दुखद घटना हो गई।
ट्रस्ट अध्यक्ष और सचिव की गिरफ्तारी अभी नहीं
इस घटना में ट्रस्ट के सचिव मुरली सबनानी भी बावड़ी में गिरे थे, वह घायल है और अभी अस्पताल में भर्ती है। वहीं ट्रस्ट के अध्यक्ष सेवाराम गलानी का स्वास्थ्य भी खराब बताया जा रहा है। पुलिस ने दोनों पर गैर हरादनत हत्या की धारा 304 और 34 में केस दर्ज होने के बाद फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं ली है, कहा जा रहा है कि अगला कदम मजिस्ट्रियल जांच के बाद उठाएंगे।
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मजिस्ट्रियल जांच शुरू, बयान के लिए बुलाया
उधर, मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो गई है और दो से 6 अप्रैल तक सभी को घटना की जानकारी देने के लिए दस्तावेज, बयान के लिए बुलाया गया है। जो भी इस संबंध में जानकारी देना चाहता है। वह छुट्टी का दिन छोड़कर कार्यालयीन समय पर जांच अधिकारी अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडेकर के कक्ष में जानकारी दे सकता है। जांच के लिए 15 दिन का समय दिया गया है।
कुओं, बावड़ियों का अतिक्रमण हटाने का अभियान चलेगा
हादसे के बाद जागे नगर निगम ने बैठक कर कुओं, बावड़ियों पर अतिक्रमण को हटाने का फैसला लिया है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव के साथ निगमायुक्त आयुक्त प्रतिभा पाल ने बैठक कर निर्देश दिए हैं कि अवैध अतिक्रमण को हटाने हेतु गंभीर एवं कठोर कार्रवाई नगर निगम द्वारा तत्काल प्रभाव से प्रारम्भ की जाएगी। इंदौर निगम के रिकार्ड से 629 जल स्त्रोत है। इनकी जांच की जाएगी। महापौर ने कहा कि शहरहित में बिना दबाव के यह कार्रवाई होगी। उधर कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने सर्वे करने के लिए धारा 144 का आदेश जारी कर दिया है।
सांसद ललवानी ने दी सफाई- मैंने कोई राजनीतिक संरक्षण नहीं दिया
वहीं घटना के बाद से ही सवालों के घेरे में घिरे सांसद शंकर लालवानी ने रविवार (2 अप्रैल) को मीडिया के सामने सफाई थी। उन्होंने अवैध निर्माण पर राजनीतिक संरक्षण पर कहा कि मैंने कभी भी अवैध निर्माण को संरक्षण नहीं दिया है, कभी कोई कांग्रेसी या कोई सिद्ध कर दे कोई दरोगा, बिल्डिंग ऑफिसर हो निगमायुक्त हो यहां तक कि महापौर हो। बता दें कि मैंने कभी अतिक्रमण हटाने से रोका हो। कांग्रेस मौतों पर राजनीति कर रही है। स्लैब 30-35 साल पहले डली थी, इतने साल पहले तो मैं राजनीति में नहीं था तो फिर मेरा संरक्षण कहां हुआ। स्लैब किसने डाली यह जांच का विषय है। वहीं भोपाल जाने के मामले में सांसद ने कहा कि घटना वाले दिन रात भर वहां था सुबह सीएम के साथ भी घटना स्थल पर था, भोपाल में एक शहीद परिवार के लिए वहां गया था, सामाजिक तौर पर गया था, यह कांग्रेस की थोथी राजनीति है। मैं तो घटनास्थल पर 12 घंटे था कांग्रेसी नहीं खड़े थे।