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संजय गुप्ता, INDORE. आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने या आईएसआई एजेंट होने के शक में पूछताछ के लिए पकड़े गए सरफराज मेनन को 28 फरवरी देर रात राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और एटीएस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया। उसके मोबाइल, ईमेल के साथ ही वॉट्सऐप मैसेज जो डिलीट हो गए, उनकी भी जांच की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी में उसके हॉन्गकॉन्ग और चीन में कई बार आने-जाने की बात साबित हुई है, लेकिन यह भी पता चला कि वह वहां पर काम करता था और करीब नौ साल रहा है, इसके चलते आना-जाना था। पाकिस्तान जाने की पुष्टि नहीं हुई है। मोबाइल में हांगकांग में रहने वाली महिला जिससे उसने शादी की, उससे तलाक को लेकर विवाद की बात मिली है, वकील से भी विवाद की बात सामने आई है।
27 फरवरी को पूछताछ के लिए पकड़ा था
चंदननगर के फातमा अपार्टमेंट ग्रीन पार्क कालोनी निवासी 41 वर्षीय सरफराज मेमन को 27 फरवरी की रात हिरासत में लिया गया था। सरफराज ने हॉन्गकॉन्ग और चीन जाना तो कबूला, लेकिन पाकिस्तान जाने से मुकर गया। पुलिस उसके ई-मेल, वॉट्सऐप की जांच कर रही है। सरफराज का पहला पासपोर्ट 2003 में बना था। वह पहली बार हांगकांग गया था। 2006 में उसका पासपोर्ट गुम गया और हॉन्गकॉन्ग से ही दूतावास के माध्यम से उसने दूसरा पासपोर्ट जारी करवाया। सरफराज 12 साल हॉन्गकॉन्ग में रहा है। उसका टूरिस्ट वीजा बना था।
सरफराज ने कहा- वकील ने फंसाने के लिए झूठी जानकारी दी
सरफराज ने बताया कि वह पांचवीं तक पढ़ा है। उसे कई भाषाओं की जानकारी है। वह चार शादियां कर चुका है। पूछताछ में सरफराज ने यह भी बताया कि हांगकांग में वह मोबाइल व्यवसाय के साथ रेस्त्रां में नौकरी करता था। उसने चीनी महिला अकीवांग से शादी कर ली। विवाद होने पर उससे तलाक का केस चल रहा था। फीस को लेकर उसका वकील से विवाद हो गया। सरफराज ने कहा कि वकील ने ही उसे फंसाने के लिए एनआईए को ई-मेल कर दिया।
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