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इंदौर पुलिस ने एमबीए चायवाला को भेजा नोटिस, इलाहाबाद कोर्ट में पीड़ितों ने संचालक प्रफुल्ल बिल्लौरे और भाई विवेक के खिलाफ लगाया केस

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Atul Tiwari
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इंदौर पुलिस ने एमबीए चायवाला को भेजा नोटिस, इलाहाबाद कोर्ट में पीड़ितों ने संचालक प्रफुल्ल बिल्लौरे और भाई विवेक के खिलाफ लगाया केस

संजय गुप्ता, INDORE. एमबीए चायवाला की फ्रेंचाइजी लेने वाले पीड़ितों द्वारा इंदौर थाने में की गई शिकायतों के बाद पुलिस ने इसके संचालक प्रफुल्ल बिलौरे और भाई विवेक बिल्लौरे के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया है। इन्हें बयान के लिए थाने पर बुलाया गया है। बयान के बाद पुलिस इसमें आगे केस दर्ज करने के संबंध में कार्रवाई करेगी। उधर, पीड़ितों ने इलाहाबाद कोर्ट में भी कंपनी और इसके संचालकों के खिलाफ कोर्ट में केस दायर कर दिया है और इसमें फ्रेंचाइजी के नाम पर धोखा देने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। फ्रेंचाइजी लेने वाले पीड़ित ने सभी पर 406, 419, 420, 467, 468 व 471 धारा में केस करने की मांग की है।



 



कोर्ट में लगाए केस में ये कहा गया 





इलाहाबाद कोर्ट में फरियादी सिद्दार्थ केसरवानी ने केस फाइल किया है। इसमें पार्टी एमबीए चायवाला कंपनी (पता 1107 स्काई कॉर्पोरेट पार्क, सेक्टर सी स्लाइस-5 अरण्य नगर, विजय नगर) के संचालक प्रफुल्ल बिल्लौरे, सृष्टि शर्मा, विवेक बिल्लौरे को आरोपी बनाया गया है। इसमें कहा गया है कि कंपनी ने दावा किया था सब कुछ हमारी कंपनी करेगी, हम आपको आम दे देंगे, बस आपको बैठकर खाना है। यानी पूरा सेटअप कंपनी का होगा और आपको मुनाफा होगा। कंपनी से बात करने के बाद उनके आकर्षक प्रस्ताव सुनकर फ्रेंचाइजी लेने को तैयार हो गए, दुकान लगाने तैयार करने में 26.66 लाख रुपए खर्च किए। कंपनी ने अलग-अलग किस्तों में कुल 28 लाख 42 हजार रुपए लिए। कंपनी ने सारे खर्च मुझसे कराए और लाइसेंस फीस के तौर पर 5.90 लाख रुपए लिए। आश्वस्त किया गया और दावा किया था कि हर दिन कम से कम 12 हजार रुपए का लाभ कमवा कर देंगे। लेकिन यह नहीं हुआ, हम लगातार कंपनी को बोलते रहे लेकिन कोई बात नहीं सुनी गई। 





इंदौर में 6 पीड़ित है, देशभर में कई शहरों में भी विक्टिम





एमबीए चायवाला के खिलाफ इंदौर से लेकर लखनऊ, कानपुर, बडोदरा, गांधीनगर, दरभंगा, ग्वालियर तक जगह फ्रेंचाइजी लेने वाले घाटे में है और यह सभी अलग-अलग स्तर पर शिकायतें कर रहे हैं। इंदौर में अलग-अलग थानों में कंपनी के खिलाफ शिकायतें हुई है। फ्रेंचाइजी के नाम पर धोखाधड़ी की यह चाय करोड़ों में पहुंच रही है। कुछ लोगों ने रजिस्ट्रार आफ कंपनी में भी शिकायत की थी, लेकिन 14 मार्च को यह शिकायत यह कहते हुए बंद कर दी कि यह कॉन्ट्रैक्ट के उल्लंघन की शिकायत है, जो कंपनी एक्ट 1956 के दायरे में हमारे स्तर पर डील नहीं की जा सकती। वहीं कुछ फ्रेंचाइजी संचालकों ने कानूनी नोटिस भी कंपनी को पहुंचा दिए हैं। 

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कंपनी ने न्यायिक क्षेत्र इंदौर को बनाया हुआ है





फ्रेंचाइजी लेने वालों ने बताया कि कंपनी ने इंदौर को कॉन्ट्रैक्ट विवाद के लिए न्यायिक क्षेत्र बनाया हुआ है। कंपनी के सारे वादे झूठे साबित हुए हैं, जिसमें युवाओं की जेब से 20-30 लाख रुपए लगवा दिए गए, फ्रेंचाइजी के नाम पर मोटी रकम ले ली और हम सभी घाटे में चल रहे हैं। कंपनी किसी तरह से मामले सुलझाने के मूड में नहीं है, हम सभी लगातार उन्हें यह मामले महीनों से बता रहे हैं कि हम सभी घाटे में चल रहे हैं, लेकिन वह कोरे आश्वासन दे रहे हैं।





इंदौर में यह हुई लिखित शिकायत

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इंदौर में हुई एक शिकायत में फ्रेंचाइजी लेने वालों ने कहा है- एमबीए चायवाला ने फ्रेंचाइजी के बदले 10 से लेकर 14 लाख रुपए तक लिए थे, जिसमें जीएसटी अलग से था। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि वादा किया गया था ढाई-तीन किमी के दायरे में अन्य किसी को फ्रेंचाइजी नहीं देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और एक ही एरिया में दो-तीन लोगों को फ्रेंचाइजी दी गई। प्लान में बताया गया था कि कम से कम हर दिन दस हजार चाय बिकेगी, जो 20 हजार प्रति दिन तक चली जाएगी। दस हजार की बिक्री भी होती है तो हर महीने 77 हजार की कमाई होगी यानी साल भर में 9.24 लाख रुपए कमाई होगी। वहीं, अधिकतम चाय बिक्री होती है तो महीने में 2.69 लाख की कमाई होगी यानी सालाना कमाई 32.28 लाख रुपए होगी। वहीं शिकायतकर्ताओं ने द सूत्र को बताया कि मुश्किल से हर दिन 500 से 600 चाय बिक रही हैं और सभी घाटे में चल रहे हैं। सभी एक-एक कर फ्रेंचाइजी बंद कर रहे हैं, हमारे कारोबार को संभालने के लिए उनसे बात की, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। 





कौन है एमबीए चायवाला?





प्रफुल्ल बिल्लौरे बीकॉम पास और एमबीए ड्रॉपआउट हैं और 26 साल के हैं। वे मूल रूप से धार जिले के लबरावदा गांव के हैं। एमबीए करने की चाहत में अहमदाबाद गए थे, लेकिन उनका आईआईएम में एडमिशन नहीं हो पाया। शुरूआत में मैक्डॉनल्ड में नौकरी करने लगे, लेकिन मन नहीं माना तो पिता से दस हजार रुपए लेकर चाय का ठेला लगाया। अच्छी इंग्लिश थी तो उनके पास धीरे-धीरे जमावट होने लगी, उन्होंने मिस्टर बिल्लौरे अहमदाबाद के नाम से एमबीए चायवाला नाम रख लिया। इसदे बाद स्टार्टअप चल निकाला और आज टर्नओवर तीन से चार करोड़ रुपए सालाना है। कंपनी की देश में 150 करीब फ्रेंचाइजी है, लंदन में भी है। कंपनी और भी देशों में बिजनेस बढ़ाने में जुटी है।



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