योगेश राठौर, INDORE. मध्य प्रदेश में तीन दिवसीय (8 से 10 जनवरी) प्रवासी भारतीय सम्मेलन चल रहा है। 9 जनवरी को आयोजन स्थल ब्रिलियंट कन्वेशन सेंटर पर हालत बिगड़ गए। हॉल में केवल 2000 के करीब लोगों के ही बैठने की व्यवस्था है, वहीं साढ़े तीन हजार से ज्यादा डेलीगेट्स, प्रवासी भारतीय पहुंचे गए। पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन को देखते हुए पुलिस ने सुबह साढ़े आठ बजे ही कई दरवाजे बंद कर दिए। मीडिया को भी एक घंटे तक अंदर नहीं जाने दिया, उनके लिए एंट्री गेट नंबर 5 को भी जल्द बंद कर दिया गया।
#इंदौर में ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में एंट्री नहीं मिलने से नाराज हुए प्रवासी भारतीय, बोले-अंदर कुर्सियों पर अधिकारी जमे रहे और #NRI बाहर खड़े रहे।@DrSJaishankar @PMOIndia @ChouhanShivraj #PravasiBhartiyaDivas2023 #प्रवासीभारतीयदिवस #NarendraModi #Indore #madhyapradesh pic.twitter.com/bUJZagE8uo
— TheSootr (@TheSootr) January 9, 2023
शिवराज बोले- हॉल छोटा है, पर दिल छोटा नहीं है
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- कार्यक्रम के लिए इंदौर ने अपने घरों के साथ अपने दिल के दरवाजे भी खोले हैं। प्रधानमंत्री के एक-एक मंत्र को मध्यप्रदेश ने साकार करने की कोशिश की है। आज भारत दुनिया को शांति और प्रेम का संदेश दे रहा है। पश्चिमी देश और रूस से अगर कोई कह सकता है तो वे केवल नरेंद्र मोदी जी हैं, जिन्होंने कहा कि युद्ध नहीं, शांति चाहिए। जिस हॉल में प्रोग्राम हो रहा है, उसमें एंट्री रोके जाने पर CM ने कहा कि हॉल छोटा पड़ गया, लेकिन दिल छोटा नहीं है।
एनआरआई ने जताई निराशा, कहा- जब व्यवस्था नहीं थी तो बुलाया क्यों?
विदेशों से भारत आए कई एनआरआई ने मीडिया से चर्चा में अव्यवस्थाओं को लेकर खासी नाराजगी जाहिर जताई। उन्होंने कहा कि हम 200 डॉलर (करीब 16 हजार रुपए) देकर रजिस्ट्रेशन कराकर विदेशों से आए हैं। जब इतनी व्यवस्था नहीं थी तो फिर हमें बुलाया ही क्यों था? आयोजन स्थल कई एनआरआई जमीन पर या फिर हॉल के बाहर यहां-वहां लगी कुर्सियों पर बैठे दिखे। सभी जगह उनके प्रवेश को बंद कर दिया गया है।
निगमायुक्त ने पहले कहा था- पहले आओ पहले पाओ
इंदौर नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने कार्यक्रम के पहले ही मान लिया था कि हॉल (ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर) में क्षमता कम है। उन्होंने कहा था कि यहां सीट पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर दी जाएगी। हॉल की क्षमता 2200 है। हालांकि कुर्सियां गिनने पर यह 1500 के करीब ही नजर आती है।