इंदौर के रियल एस्टेट ग्रुप स्काई अर्थ और हाईलिंक पर छापे में 6 करोड़ कैश मिला, अब लॉकर खोलने की तैयारी

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Atul Tiwari
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इंदौर के रियल एस्टेट ग्रुप स्काई अर्थ और हाईलिंक पर छापे में 6 करोड़ कैश मिला, अब लॉकर खोलने की तैयारी

संजय गुप्ता, INDORE. आयकर विभाग के इन्वेस्टीगेशन विंग ने 13 दिसंबर को दो रियल एस्टेट ग्रुप हाईलिंक और स्काई अर्थ पर मारे गए छापे में एक दिन में 6 करोड़ कैश के साथ जेवरात मिले। जूलरी का वैल्यूशन कराया जा रहा है। विभाग को दोनों जगह से कई बैंक खातों के साथ लॉकर की भी जानकारी मिली है। ये लॉकर 14 दिसंबर को खोले जाने की संभावना है। इससे भी कई अहम दस्तावेज, संपत्ति या अन्य जानकारी सामने आ सकती है।

 

इन पर हुई है कार्रवाई



आयकर विभाग ने शहर में लग्जरी टाउनशिप, मल्टी व्यावसायिक भवन बनाने वाले स्काई अर्थ डेवलपलर्स पर कार्रवाई की। इसके डायरेक्टर सागर चावला, निम्मी चावला, नीरज सचदेव और गोविंद चावला हैं। हाल ही में एबी रोड पर एक लग्जरी हाईराइज प्रोजेक्ट बनाकर यह ग्रुप चर्चा में आया था। इस ग्रुप के स्काई लक्जरिया, स्काई क़ॉर्पोरेट पार्क, ग्रीन्स स्काई जैसे कई प्रोजेक्ट है। इस ग्रुप के कुछ ठिकानों से एक-एक करोड़ कैश मिले। इसके साथ ही एक अन्य ग्रुप हाईलिंक पर भी छापा मारा गया, जिसमें डायरेक्टर वीरेंद्र गुप्ता के साथ ही भाई रवि गुप्ता, सुरेश गुप्ता के यहां भी छापे हुए हैं। ग्रुप में इन भाईयों की पत्नियां और मां भी पार्टनर है। कैलाश कुसमाकर, नर्मदा कुसुमाकार और गोविंद वर्मा भी ग्रुप में हैं। यहां से भी कैश और जेवरात मिले हैं। वहीं, फाइनेंसर और प्रॉपर्टी ब्रोकर रमेश खेमानी और संजय कासलीवाल के यहां भी जांच हो रही है। ब्रोकर कासलीवाल के यहां गोपनीय अलमारी में से 40 लाख रुपए मिले। 



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विवाह समारोह के स्टीकर लगाकर पहुंचे थे अफसर



अधिकारी एक साथ कार लेकर जांच के लिए जाते हैं, ऐसे में गोपनीय जानकारी लीक नहीं हो इसके लिए कई तरीके अपनाए जाते हैं। इसी के तहत कारों पर विवाह समारोह के स्टीकर लगाए गए थे। इन स्टीकर के जरिए भ्रमित करने की कोशिश की जाती है कि जैसे इन कारों में छापे के लिए अधिकारी नहीं बैठे होकर बारात बैठी हो। 



अभी लाभम और शुभम ग्रुप भी रहा था निशाने पर



हाल ही में आयकर विभाग ने टीनू संघवी के लाभम ग्रुप और सुमित्र मंत्री के शुभम ग्रुप पर भी छापे मारे थे। इसमें भी सौ करोड़ से ज्यादा का लेन-देन अघोषित पाया गया औऱ् गोपनीय लॉकर में चार करोड़ से ज्यादा राशि नकद मिली थी।


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