संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर श्रीबेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर को लेकर 21 मई (रविवार) से होने वाला आमरण अनशन और आंदोलन रद्द हो गया है। जिला प्रशासन को इस फैसले से बड़ी राहत मिल गई है। संघ प्रतिनिधियों की उपस्थिति में शनिवार देर रात मंदिर से जुड़े सभी पक्षों के साथ लंबी बैठक हुई। तय हुआ कि संघ इसमें सभी पक्षों के सदस्यों को बराबर मौका देकर समिति का गठन करेगा। इसमें विधायक आकाश विजयवर्गीय के प्रतिनिधियों के साथ ही विधायक मालिनी गौड़ के प्रतिनिधियों को भी बराबर तवज्जो दी जाएगी। इसके पहले मंदिर की वर्तमान समिति ने कांटाफोड़ मंदिर में रखी मूर्तियों को जुलूस के रूप में अस्थाई मंदिर शेड के यहां लाने और पूजा शुरू करने की घोषणा की थी। जिसे अभी स्थगित कर दिया गया है।
इस तरह होगा समिति का गठन
बैठक में तय हुआ कि 18 सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा, इसमें 1-1 संघ प्रतिनिधि होगा, जिसमें दोनों पक्षों की पसंद होगी। वहीं, 10 सदस्य स्थानीय होंगे, जो खासकर 3 कॉलोनी पटेल नगर, स्नेह नगर और सर्वोदय नगर से होंगे। इसमें भी दूसरे पक्ष (यानी सिंधी समाज जो खासकर विधानसभा 4 से जुड़े हैं) की पसंद के भी कुछ लोग होंगे। वहीं, बाकी सदस्य सिंधी समाज के होंगे, जो शुरू से ही मंदिर के विकास कामों से जुड़े रहे हैं। समिति का गठन 2-3 दिन में ही कर दिया जाएगा।
इन मुद्दों पर कर दिया गया मना
उधर मंदिर को लेकर समिति के वर्तमान सदस्यों ने साफ कर दिया कि मंदिर केवल 300 वर्गफीट जमीन पर नहीं बनेगा, पहले जितनी जमीन पर था, अभी भी उतनी जगह पर बनेगा और करीब 1 हजार वर्गफीट जमीन आयोजन के लिए खुली भी चाहिए होगी। साथ ही भंडारे आदि पर कोई रोक स्वीकार नहीं होगी। साथ ही जिन्होंने मंदिर को लेकर शिकायतें की, मंदिर टूटने पर मिठाई बांटी उन्हें भी इस समिति में नहीं लिया जाएगा।
संघ ने कहा हिंदू को एकजुट दिखना चाहिए
बैठक में यह बात कही गई कि हम सभी को अलग-अलग दिखने का मौका किसी को नहीं देना चाहिए। हिंदू एकजुट है यह पूरे समाज को संदेश जाना चाहिए, इसलिए बेहतर है सभी की सहमति से सभी को साथ लेकर समिति का गठन किया जाए और फिर मंदिर निर्माण की दिशा में आगे बढ़ा जाए। पहले ही इस काम में देरी हो गई है। इस पर सभी ने सहमति जताई। बैठक में संजय भाटिया, लालित पाराणी, पार्षद कमलेश कालरा,उत्तम तोलानी मनीष रिझवानी, राम छुगानी, नरेश ज्ञानवाणी संगीता वर्यानी व अन्य सदस्य मौजूद थे।