INDORE. इंदौर में एक छात्र का कॉलेज प्रिंसिपल को पेट्रोल डालकर आग लगाने का मामला चर्चा में है। प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा करीब 80% जल गई हैं। अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। इस बीच, कई पदाधिकारी मामले में कमिश्नर को ज्ञापन देने पहुंचे। ज्ञापन देने के दौरान कई लोग मुस्कुरा रहे थे। सोशल मीडिया पर ये फोटो वायरल हो गई। इसमें लोग सवाल उठा रहे हैं कि इतने गंभीर मसले पर ज्ञापन देने पहुंचे पदाधिकारियों-शिक्षाविदों का मुस्कुराना सही है?
कौन-कौन पहुंचे थे ज्ञापन देने (फोटो में बाएं से दाएं देखें)
- 1. प्रोफेसर रमेश मंगल, रिटायर प्रिंसिपल व शिक्षाविद
ये था मामला
इंदौर के सिमरोल थाने स्थित बीएम कॉलेज में महिला प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा (45) पर पेट्रोल डालकर आग लगाने के मामले में गिरफ्तार आरोपी छात्र आशुतोष श्रीवास्तव पर पुलिस ने धारा 307 (हत्या का प्रयास) में केस दर्ज किया है। एफआईआर के मुताबिक, आरोपी छात्र पर चाकूबाजी मामले में टीचर डॉ. विजय पटेल ने कुछ महीने पहले एफआईआर कराई थी। इसी मामले को लेकर छात्र 20 फरवरी को प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा के पास पहुंचा, तब करीब पौने पांच बजे का समय था। उसने प्रिंसिपल से कहा कि वह डॉ. पटेल को बोलकर उनका राजीनामा करा दें। इस पर प्रिंसिपल ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। इतना सुनने के बाद आरोपी छात्र ने अपनी बाइक से निकालकर साथ में लाया हुआ पेट्रोल प्रिंसिपल पर डाल दिया और लाइटर से आग लगा दी।
खुद आत्महत्या करने के लिए दौड़ा तिंछा फाल
बताया जा रहा है कि प्रिंसिपल को आग लगाने के बाद आरोपी छात्र जली हालत में तिंछा फाल की ओर दौड़ा। यह भी सामने आ रहा है कि वह आत्महत्या करने की मंशा से भागा था। गार्ड ने डायल 100 पर फोन किया तो कॉन्स्टेबल धीर सिंह और एसआई सुरेश ठाकुर पहुंच गए और वे छात्र को पकड़ लिया। टीआई भदौरिया ने बताया था कि टीम ने छात्र को तत्परता से दिखाते हुए पकड़ लिया था। उसकी मंशा आत्महत्या करने की लग रही थी।