आदर्श गौतम, SIDHI. मध्यप्रदेश के विधानसभा क्षेत्र सीधी में इन दिनों टिकट को लेकर बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष और वर्तमान विधायक टिकट को लेकर दावेदारी पेश कर रहे हैं। जिसके बाद बीजेपी अब पूर्व जिला अध्यक्ष इंद्रशरण सिंह और वर्तमान विधायक केदारनाथ शुक्ला के बीच टिकट को लेकर सर्वे रिपोर्ट कराने का निर्णय लिया है। नाथ का मानना है कि वह सीधी से चार बार विधायक बन चुके हैं। अब पांचवी बार भी उन्हें टिकट मिलेगा। भले ही वे मंत्री नहीं बने, लेकिन टिकट मिलने की उम्मीद पर कमजोर नहीं मानी जा सकती है।
सीधी में इंद्र ने रखी बीजेपी की नींव
मप्र में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी पूर्व जिला अध्यक्ष इंद्रशरण सिंह का मानना है कि सीधी में उन्होंने बीजेपी की नींव रखी थी। ऐसी स्थिति में उन्हें भी टिकट मिल सकता है। इन्द्र और नाथ की लड़ाई के बीच सीधी कार्यसमिति के अध्यक्ष डॉ. राजेश मिश्रा भी टिकट को लेकर माला जप रहे हैं।
सर्वे रिपोर्ट विजेता को मिलेगी टिकट
सीधी विधानसभा सीट के लिए बीजेपी अब तीनों के बीच एक सर्वे कराने जा रही है। आने वाले समय में संगठन किसे महत्व देगा, किसे नहीं, यह तो आने वाला समय ही बताएगा। परंतु यह सही है कि सर्वे रिपोर्ट क्या कहती है। उसके आधार पर ही बीजेपी जीतने वालों को टिकट देगी।
मंत्री नहीं बनने से सीधी का रुका विकास
सीधी विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी को लग रहा है कि इस बार फेरबदल हो सकता है। इसके लिए इन्द्र सहित कई नेता नाथ के खिलाफ आवाज भी उठा रहे हैं। कारण यह कि नाथ चार बार विधायक बने हैं, लेकिन मंत्री नहीं बन पाए। जिस वजह से जिले का विकास नहीं हो पाया। कारण यह कि उनका तालमेल संगठन एवं मुख्यमंत्री से नहीं होता है। टिकट मिलना अलग बात होती है लेकिन जिले का विकास नाथ के माध्यम से होना मुश्किल दिख रहा है। ऐसी स्थिति में इस बार कुछ भी हो सकता है।
बीजेपी और आरएसएस कराएंगे सर्वे
विधानसभा सीट सीधी के लिए बीजेपी और आरएसएस अलग-अलग सर्वे कराएगा। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी का सर्वे अमित शाह और आरएसएस अध्यक्ष सर्वे कराएंगे। वहीं सर्वे रिपोर्ट के बाद जो भी निर्णय पार्टी करेगी, वह अलग होता है। परन्तु आज की स्थिति में इन्द्र एवं नाथ यह मान रहे हैं कि हमें टिकट मिलेगा। नाथ यह कह रहे हैं कि हम चार बार विधायक रह चुके हैं मेरी टिकट नहीं कट सकती है, वहीं इन्द्र कह रहे हैं कि हमने तीन साल से बीजेपी को सींचा है।
मिश्रा जप रहे माला
इन्द्र एवं नाथ के बीच आपसी लड़ाई का फायदा तीसरे को मिल सकता है। जिस वजह से डॉ. राजेंद्र मिश्रा भी टिकट को लेकर इन दिनों माला जपते दिख रहे हैं। पूजापाठ करने के बाद वह यही मन्नते करते होंगे कि शायद हमें मौका मिल जाए तो हम भी जीतने में कमजोर नहीं रहेंगे। यह भी माना जाए कि यदि सर्वे सही है कि दो नेताओं नाथ एवं इन्द्र के बीच यदि टिकट मिलता है तो ठीक, अन्यथा इसका फायदा तीसरे विकल्प के रूप में मिश्रा जी उठा सकते हैं।