Bhopal. मध्यप्रदेश में करीब 5 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। ऐसे में प्रदेश में बयानबाजी और घोषणाओं दोनों का दौर जारी है। पीसीसी चीफ धार में 100 यूनिट तक का बिजली बिल माफ करने और दो सौ यूनिट तक का बिल 100 रुपए करने का ऐलान कर चुके हैं। इस पर प्रदेश के उद्योग मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव ने करारा प्रहार किया है। उन्होंने कमलनाथ की घोषणाओं को रामायण के सीताहरण प्रसंग से जोड़ दिया।
यह बोले दत्तीगांव
भोपाल में उद्योग मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव बोले कि जिस तरह से रावण भिक्षाम देही कह कहकर माता सीता का हरण कर ले गया था। उसी प्रकार झूठ और असत्य के आधार पर जनता का हरण कर सत्तासीन हो जाना और अपनी घोषणाओं को भूल जाना। यह सब भूतकाल में हो चुका है। जनता को इस बात का अहसास है। वह अपने भविष्य के प्रति सजग है। दोबारा जब नवंबर के महीने में मतदान होगा तो मुझे नहीं लगता कि मध्यप्रदेश की जनता फिर से गलती को दोहराएगी।
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कोरोना काल की भी दिलाई याद
दत्तीगांव ने कहा कि केंद्र की सरकार ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बहुत काम किया है। हमें 3 साल का वक्त मिला, 2 साल कोरोना में चले गए, उसके बाद भी हमारी सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है। प्रदेश की विकास दर काफी अच्छी रही। सोशल सिक्योरिटी में बहुत काम किए गए हैं। सारे काम जनता के सामने हैं।
कमलनाथ का वचन पत्र झूठा साबित हुआ
राज्यवर्द्धन सिंह बोले कि पिछली बार जब कांग्रेस का वचन पत्र जारी हुआ था, तो वह मिथ्या साबित हुआ था। प्रधानमंत्री आवास के लिए केंद्र ने पैसा दिया लेकिन राज्य सरकार ने मैचिंग ग्रांट नहीं दी थी। बेराजगारी भत्ता नहीं दे पाए। उनके तमाम वादे झूठे साबित हुए। अब फिर चुनाव आ रहा है कि तो फिर वही सब बातें की जा रही हैं। जनता यह सब जानती है और वह दोबारा छलावे में नहीं आएगी।
भंवर सिंह शेखावत के आरोपों पर दत्तीगांव ने कहा कि जो लोग आरोप लगाते हैं उनका दायित्व है कि वह प्रमाणित करें। जहां तक नाराजगी की बात है तो परिवार में कई बार हमारा भाई भी हमसे नाराज हो जाता है। मैने पहले भी उन्हें कानूनी नोटिस दिया था लेकिन वह जवाब नहीं दे पाए थे।