Indore.शहर में अक्षर नर्सिंग कॉलेज का विवाद अभी थमा भी नहीं था कि प्रयागराज कॉलेज का मामला सामने आ गया। प्रशासन के पास शिकायत लेकर पहुंची कई छात्राओं ने
कहा कि प्रयागराज कॉलेज में जब हमें एडमिशन दिया तब बताया था कि कॉलेज इंदौर में है लेकिन बाद में पता चला पीथमपुर में दो कमरों में चल रहा है।
शिकायतकर्ताओं के मुताबिक एडमिशन के वक्त बंगाली कॉलोनी चौराहे पर एक कमरे में प्रयागराज कॉलेज वालों ने दफ्तर खोला था और वहीं पर छात्राओं से 25 हजार से लेकर 55 हजार तक फीस ली गई। अब अलग-अलग मद में और फीस मांगी जा रही है। फीस लेते वक्त बताया गया था कि कॉलेज इंदौर में है लेकिन बाद में पता चला वो पीथमपुर में एक प्रायवेट स्कूल के दो कमरों में कॉलेज चल रहा है। तब हमें कहा था कि पीथमपुर की व्यवस्था केवल 15 दिन के लिए है बाद में इंदौर में ही कॉलेज चलेगा लेकिन करीब पांच महीने हो गए, इंदौर में कोई व्यवस्था नहीं हुई। हमसें फीस भी दोबारा मांगी जा रही है।
अक्षर की और शिकायतें पहुंची
उधर हफ्तेभर पहले चर्चा में आए अक्षर नर्सिंग कॉलेज की जांच में नित नए खुलासे हो रहे हैं। प्रशासन के पास कुछ नए छात्र-छात्राएं शिकायत लेकर पहुंचे। उनका कहना था कि जिस समय एडमिशन ले रहे थे तब हमनें कहा कि कॉलेज का भवन बता दीजिए तो कोविड का बहाना बनाकर टाल गए। हमें कहा गया कि घर वालों को मत बताना कितनी फीस दे रहे हो। हमें मान्यता के बारे में भी कुछ नहीं बताया। दोनों शिकायतों के बाद अपर कलेक्टर पवन जैन ने कहा कि भोपाल से नर्सिंग काउंसिल के अधिकारियों को बुलवाया गया है। उनके और पीड़ितों विद्यार्थियों के सामने ही सारी कार्रवाई करवाएंगे।