Jabalpur. जबलपुर में स्वास्थ्य विभाग की रूट लेवल पर काम करने वाली आशा हेल्थ वर्कर की बढ़ी संख्या की जांच की तैयारी शुरू हो गई है। दरअसल यह जांच भोपाल के अधिकारियों ने तब कराने की बात कही थी जब उन्हें इस बात की जानकारी लगी कि जबलपुर के शहरी क्षेत्रों में पिछले 2 साल में अचानक आशा कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ गई है। सूत्रों की मानें तो मुख्यालय के अधिकारियों की रडार पर पूर्व सीएमएचओ से लेकर आशा कार्यकर्ताओं की नोडल अधिकारी और अर्बन हेल्थ का काम देखने वाले एपीएम हैं। इस मामले में जांच की सख्ती का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्तमान सीएमएचओ डॉ संजय मिश्रा को ही इस मामले में नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।
ये पूछा है नोटिस में
नोटिस में यह पूछा गया है कि जिले में कितनी आशा कार्यकर्ता काम कर रही हैं और इनकी भर्ती कब की गई है। साथ ही इन्हे दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को किस आदेश के तहत वितरित किया गया है। भोपाल के अधिकारी इतने सख्त हो गए हैं कि एक-एक आशा कार्यकर्ता के बारे में जानकारी ले रहे हैं। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मामले की जांच रिपोर्ट सौंपते ही अधिकारियों पर गाज गिरना तय है।
सीएमएचओ डॉ संजय मिश्रा ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं की भर्ती और उन्हें दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के संबंध में शासन से नोटिस मिला है। समय-सीमा में नोटिस का जवाब भेज दिया जाएगा। उधर कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं के संबंध में जो शिकायत मिली थी उसकी हमारे द्वारा जांच कराई जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।