संजय गुप्ता, INDORE. एमपी पुलिस के प्रदेश के मुखिया यानी डीजीपी की बेटी और वह भी आईपीएस हो तो आमतौर पर यही कहा जाएगा कि उन पर कौन सा दबाव चलेगा? लेकिन इंदौर में पदस्थ डीजीपी सुधीर सक्सेना की आईपीएस बेटी जो विजयनगर एसीपी है सोनाक्षी सक्सेना उन्हें भी आखिर दबाव में आना पड़ा। इसका सबूत है कि रात 2 बजे एसीपी कोर्ट खुली और गुंडागर्दी करते पकड़े गए करणी सेना के जिलाध्यक्ष को जमानत देकर छोड़ना पड़ा और जब कार्रवाई हुई तब बाहर 100 से ज्यादा समर्थक मौजूद थे। मजे की बात यह है कि इसके पहले यह टीआई रविंद्र गुर्जर से भी दुर्व्यवहार कर चुके थे और उन्हें धमका चुके थे। इस पर टीआई ने भी बोल दिया था कि तुम 100 लोगों को जमा करोगे मैं 500 का बल बुला लूंगा, लेकिन पुलिस की सख्ती आखिरकार धरी रह गई।
कई गंभीर केस, आरोप पहले से जिन्हें मिली जमानत
विजयनगर पुलिस ने गुरुवार रात को करणी सेना के जिलाध्यक्ष ऋषिराज सिंह सिसोदिया और रामसिंह दिखित को गिरफ्तार किया था। दोनों थाने के पीछे गुंडागर्दी कर रहे थे। आरोप है कि ट्रेवल्स संचालक निशवर्धन सिंह के साथ मारपीट की। पुलिस ने दोनों आरोपियों को 151 प्रतिबंधात्मक धारा में गिरफ्तार कर लिया। ऋषिराज के खिलाफ एक वारंट भी है। वहीं, उस पर पिस्टल से धमकाने का भी आरोप है, साथ ही लसूडियाश क्षिप्रा थाने में भी कुल 5 केस होने की जानकारी सामने आई है। वहीं रामसिंह भागीरथपुरा का लिस्टेड बदमाश है।
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करणी सेना के दबाव में है बीजेपी
बीजेपी सरकार फिलहाल करणी सेना के दबाव में हैं, बताया जा रहा है कि इसी राजनीतिक दबाव के चलते अधिकारियों के हाथ बंध गए और रातोंरात कोर्ट खुलवाई गई, टीआई से इश्तगाशा पेश कराया गया और हाथों हाथ सम्मानपूर्वक जमानत देकर रिहाई की गई। कुछ माह पहले भोपाल में करणी सेना के बड़े प्रदर्शन के बाद बीजेपी सरकार बैकफुट पर है, उस समय भी देखने में आया था कि प्रदर्शन के दौरान सीएम को भी कुछ कार्यकर्ताओं ने अपशब्द कहे थे, लेकिन इस पर कुछ नहीं हुआ था।