Bhopal. प्रदेश के अनेक जिलों में कोरोना दस्तक दे चुका है। रोजाना नए मामले सामने आने का क्रम जारी है। ऐसे में खतरे की घंटी बजना लाजमी है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश में बीते दिन बुधवार को 26 नए कोविड के मामले सामने आए। इस प्रकार से एमपी के 12 जिलों में कोरोना फैल चुका है। इसको लेकर सरकार भी अलर्ट पर आ गई है और अब दोबारा कोरोना गाइडलाइन के अनुसार जीवनशैली अपनाने की अपील कर रही है।
वायरल के भी बढ़े मरीज
मध्य प्रदेश में लगातार वायरल बुखार और सर्दी-जुकाम के मरीज भी अस्पताल पहुंच रहे हैं, संदिग्धों की जांच का सिलसिला भी जारी है। मध्य प्रदेश में बुधवार, 6 अप्रैल तक एक्टिव केस की संख्या 164 थी। इनमें सबसे ज्यादा 90 मामले भोपाल में पाए गए। 42 मरीजों के साथ इंदौर दूसरे नंबर पर चल रहा है। भोपाल में 90 और इंदौर में 47 कुल केस मिलने से सरकार हरकत में आ गई है। लोगों को मास्क लगाने, समय-समय पर हाथ धोने और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचने की अपील की जा रही है।
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विशेषज्ञ कह रहे बूस्टर डोज जरूरी
हालांकि कोेरोना के नए वैरिएंट से मौतों का आंकड़ा तेजी से नहीं बढ़ा है, लेकिन स्थिति फिर भी चिंताजनक ही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो अधिकांश मरीज होम आइसोलेशन में ही ठीक हो रहे हैं। हालांकि कोविड गाइडलाइन का पालन ऐसे समय में काफी जरूरी है ताकि कोविड को फैलने से रोका जा सके। साथ ही लोगों को कोविड वैक्सीन का बूस्टर डोज अनिवार्य रूप से लगवाना चाहिए।
मध्य प्रदेश के अंदर भोपाल सहित इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, सीहोर, ग्वालियर, नर्मदा पुरम ,खंडवा, खरगोन, सागर, दतिया और बड़वानी जिलों के अंतर्गत कोविड के मरीज पाए गए हैं। इसके अलावा, अन्य जिलों में यह आंकड़ा बढ़ सकता है। नया वैरिएंट ओमिक्रॉन का ही सब वैरिएंट है, ऐसे में लोग इसे हल्के में ले रहे हैं। लेकिन जिस रफ्तार से यह नया वैरिएंट बढ़ रहा है उससे प्रशासन के माथे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा रही हैं।