भोपाल. भोपाल के काजी, मुफ्ती और कई उलेमा 12 अप्रैल को प्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना से मिले और उन्हें ज्ञापन सौंपा। रामनवमी की शोभायात्रा में हुआ दंगा देर रात और भड़क गया था। हालांकि अभी स्थिति नियंत्रण में है लेकिन प्रशासन ने दंगे के कई आरोपियों पर जबरदस्त कार्रवाई की है। अब खरगोन में दंगाइयों पर हुई कार्रवाई को लेकर भोपाल शहर काजी ने कई उलेमाओं के साथ पुलिस मुख्यालय पहुंचकर डीजीपी को ज्ञापन सौंपा है।
इस मामले की गंभीरता से जांच हो
उन्होंने आरोप लगाया कि खरगोन और सेंधवा में रामनवमी के जुलूस के दौरान मस्जिदों की दीवानों पर चढ़कर भगवा झंडा लगाया गया। जिससे दंगे भड़के। इसके साथ ही काजी व मुफ्ती ने मुसलमानों के लिए अपील भी जारी की कि प्रदेश में मुसलमानों को एकतरफा सताया जा रहा है। डीजीपी को दिए ज्ञापन में उन्होंने कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। यह किसी की साजिश तो नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी बेगुनाह का मकान तोड़ना सही नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जिसने अपराध किया है, उस को कड़ी सजा मिले, लेकिन उसके परिवार वालों को परेशान ना करें। उन्होंने अपील कि जिन लोगों की दुकान, घर जलाए गए हैं। उनकी मदद करें।
साजिश का पर्दाफाश होना चाहिए
वहीं पथराव के वायरल वीडियो पर शहर काजी ने कहा कि वीडियो की गंभीरता से जांच होनी चाहिए, ताकि अगर कोई साजिश की गई हो तो उसका पर्दाफाश हो सके। इससे पहले ऐसे ही हालात रायसेन जिले के खमरिया गांव में भी बनाए जा चुके हैं। उन्होंने मांग की है कि समाज में जहर और नफरत फैलाने वाले लोगों पर सख्त रवैया अपनाया जाना चाहिए।