Jabalpur. आर्मी और एयरफोर्स के लिए कई महत्वपूर्ण उत्पाद बनाने वाली ग्रे आयरन फाउंड्री अब अजेय नाम से प्रसिद्ध टी-72 युद्धक टैंक के व्हील्स स्प्रॉकिट बनाएगी। इसकी ढलाई यहां होगी। इससे फाउंड्री को नए काम के साथ-साथ वर्कलोड भी मिलेगा। वर्कऑर्डर में 50 टैंक के लिए 200 व्हील्स बनाने की योजना प्रबंधन की तरफ से है। युद्धक टैंक को युद्ध भूमि तक ले जाने में स्प्रॉकिट व्हील्स का अहम योगदान रहता है।
कई टन वजनी टैंक इन्ही व्हील्स के सहारे चलता है। ऊबड़-खाबड़ जगह हो या फिर दलदली सतह, सभी जगह टी-72 टैंक आसानी से चल सके इसके लिए इसके व्हील्स खासतौर पर डिजाइन किए जाते हैं। हैवी व्हीकल फैक्ट्री आवडी से मिले इस काम के लिए सारी तैयारियां फाउंड्री में हो चुकी हैं।
इससे पहले इसका प्रोटोटाइप तैयार किया गया था। उसका ट्रायल मापदंडों में खरा उतरने के बाद यह ऑर्डर मिला है। रक्षा कंपनी यंत्र इंडिया लिमिटेड के अंतर्गत ग्रे आयरन फाउंड्री में अब तक 50 के करीब उत्पादों की ढलाई का काम हो चुका है।
250 किलो के एयर बम का भी नया ऑर्डर मिला
फाउंड्री को रक्षा मंत्रालय से एयरफोर्स के लिए 250 किलो एयर बम बॉडी का अतिरिक्त ऑर्डर भी मिला है। अभी तक यहां 50 बम बॉडी की सफलतापूर्वक ढलाई की जा चुकी है। इसे ध्यान में रखकर 100 बम बॉडी और बनाई जाएगी। इस विध्वंसक बम का उपयोग दुश्मन की बड़ी अधोसंरचनाओं को ध्वस्त करने में किया जाता है। जीआईएफ के महाप्रबंधक राजीव कुमार ने बताया कि फाउंड्री को एचवीएफ से स्प्रॉकिट व्हील्स के उत्पादन का ऑर्डर मिला है। इसकी ढलाई जल्द शुरू होगी। इसी प्रकार एयरफोर्स के लिए 250 केजी बम की बॉडी का अतिरिक्त उत्पादन का आदेश भी प्राप्त हुआ है। इससे फाउंड्री में काम की कमी नहीं रहेगी।