Jabalpur. मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में शुरू कराकर मध्यप्रदेश ने नया इतिहास रच ही दिया है। अब जबलपुर की मेडिकल यूनिवर्सिटी देश की पहली ऐसी यूनिवर्सिटी बन जाएगी जो हिंदी माध्यम में मेडिकल की परीक्षा आयोजित करेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन इसी सत्र से यह कीर्तिमान रचने की तैयारी में जुटा हुआ है। मेडिकल छात्रों को हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यम से परीक्षा देने का विकल्प उपलब्ध रहेगा।
विश्वविद्यालय प्रबंधन के अनुसार मेडिकल से जुड़े सिलेबस एमबीबीएस, बीएएमएस, बीएचएमएस, योगा, नैचुरोपैथी, नर्सिंग की परीक्षा इसी सत्र से हिंदी में होने की शुरूआत होने जा रहा है। मेडिकल विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। एमयू से संबद्ध मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा शिक्षा के छात्र थ्योरी और प्रैक्टिकल परीक्षाएं हिंदी माध्यम में दे सकेंगे।
किताबों का हो चुका है विमोचन
प्रदेश सरकार और चिकित्सा शिक्षा मंत्रालय, मेडिकल यूनिवर्सिटी व कई मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसरों के सामूहिक प्रयास से 16 अक्टूबर को मेडिकल के प्रथम वर्ष की पुस्तकों के हिंदी संस्करण का विमोचन किया जा चुका है। इसके साथ ही अब इसी सत्र में हिंदी में मेडिकल की परीक्षा आयोजित करने की तैयारी भी कर ली गई है।
एमयू से संबद्ध हैं 550 कॉलेज
मेडिकल यूनिवर्सिटी जबलपुर से प्रदेश के साढ़े 5 सौ कॉलेज संबद्ध हैं। इनमें एलोपैथी, आयुर्वेद, होम्योपैथी, नैचुरोपैथी, योग से लेकर नर्सिंग के कॉलेज भी शामिल हैं। इन कॉलेज में 60 हजार से ज्यादा स्टूडेंट अध्ययनरत हैं, जिनके लिए अब हिंदी में भी प्रश्न पत्र का उत्तर लिखने का विकल्प उपलब्ध रहेगा।