Jabalpur. जबलपुर में रविवार की रात क्रिसमस के जश्न के बीच पुलिस ने आधा दर्जन ऐसे रेस्टारेंट्स पर छापेमार कार्रवाई की जहां अवैध रूप से शराबखोरी होने की सूचना मिली थी। ताबड़तोड़ अंदाज में कार्रवाई तो हुई लेकिन जब पुलिस को यह पता चला कुछ रेस्तरां सत्ताधारी दल से जुड़े नेताओं के हैं तो उसके बाद लीपापोती का कार्यक्रम शुरू हो गया। शराब पीने वालों पर तो मामले दर्ज हो गए लेकिन बेखौफ अंदाज में अपने परिसर में शराबखोरी कराने वाले संचालकों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
नए साल के जश्न को लेकर जागी पुलिस
दरअसल पुलिस नए साल के जश्न के दौरान अवैध रूप से कराई जा रही शराबखोरी पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है। 4 दिन पहले से शुरू हुए इस अघोषित अभियान के तहत कई रेस्टारेंट पुलिस के रडार पर हैं, जहां बिना लायसेंस लोगों को शराब मुहैया भी कराई जा रही है और बकायदा रेस्टारेंट को बार में कन्वर्ट करके शराबखोरी भी करने दी जा रही है। रविवार रात हुई कार्रवाई में 70 एमएम रेस्टारेंट, जायका रेस्टारेंट, बार्बेक्यू, फिएस्टा द लाउंज समेत आधा दर्जन जगहों पर यह कार्रवाई हुई। लेकिन इस बीच पुलिस को रसूखदारों के फोन आने शुरू हो गए।
शराबखोरी करने वालों को पकड़ा
पुलिस ने 70 एमएम रेस्टारेंट में शराब पी रहे कुछ लोगों को हिरासत में लिया और थाने लाकर मामला भी दर्ज किया लेकिन संचालक पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह रेस्टारेंट बीजेपी नेता प्रणीत वर्मा का बताया जा रहा है। कांग्रेस सरकार के दौरान इस रेस्टारेंट पर कार्रवाई की गई थी। प्रशासन ने रेस्टारेंट के अवैध निर्माण को तोड़ दिया था।
जायका रेस्टारेंट में भी हो रही थी शराबखोरी
इसके बाद पुलिस ने चौथा पुल स्थित जायका रेस्टारेंट का रुख किया। इसके संचालक अनिल लांबा हैं। यहां भी एक केबिन में शराबखोरी करते कुछ युवक मिले जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
एडीशनल एसपी संजय अग्रवाल ने बताया कि नए साल से पहले होटल-रेस्टारेंट में शराबखोरी के खिलाफ जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान चौथे पुल के पास स्थित 70 एमएम रेस्टारेंट में दो युवकों को शराब पीते पकड़ा गया। जायका में कुछ युवक बर्थडे पार्टी में शराब पीते मिले। यहां से भी युवकों को पकड़ा गया है। सभी के खिलाफ आबकारी एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा होटल की जांच हुई जिनमें कुछ बंद थे और कुछ में कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं मिली।