आमीन हुसैन, RATLAM. रतलाम में झाबुआ सांसद गुमान सिंह डामोर और ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना की सुरक्षा में चूक हो गई। उनके वाहनों के काफिले को जयस कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। करीब 1 हजार से ज्यादा जयस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई। रतलाम में बन रहे निवेश क्षेत्र का विरोध करते हुए जयस कार्यकर्ता उग्र प्रदर्शन करने लगे। पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए सांसद और विधायक को वहां से फौरन निकाला।
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सांसद गुमान सिंह डामोर ने क्या कहा ?
झाबुआ सांसद गुमान सिंह डामोर ने बताया कि वे किस संगठन के थे, मैं तो जानता नहीं हूं लेकिन उन्होंने विरोध करना शुरू किया नारे लगाना शुरू किया। ऐसा लगता है भगवान बिरसा मुंडा का जन्मदिन मनाने स्थान पर भारत की संस्कृति को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं। उनका मुख्य उद्देश्य है संस्कृति को कमजोर करना और जनजातीय समाज बदनाम हो जनजातीय समाज का जो गौरवशाली इतिहास है उससे कोई लेना देना नहीं है।
'निवेश क्षेत्र में किसी किसी किसान से जमीन नहीं ली जा रही है'
भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन से उनका कोई लेना-देना नहीं है। निवेश क्षेत्र में एक भी किसान की जमीन नहीं ली जा रही है, जब एक भी किसान की जमीन नहीं ली जा रही तो विरोध किस बात का। मैंने उनको बैठकर समझाने की कोशिश की कि हम सब भगवान बिरसा मुंडा का जन्मदिन मनाने आए हैं। हम भगवान बिरसा मुंडा का जन्मदिन मनाएं और किसी भी किसान की कोई जमीन नहीं ली जा रही है।
'प्रदर्शनकारियों ने हमारी गाड़ियों पर पत्थर फेंके'
सांसद गुमान सिंह ने बताया कि उनका जो प्रदर्शन था वो धीरे-धीरे हिंसक हो रहा था और जब हमारी गाड़ी निकल रही थी ऊपर से पत्थर भी फेंके और हमारे जो कलेक्टर साहब के गनमैन थे उनको भी पत्थर लगा है। वो तो पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन को सख्त होना पड़ेगा। हमने पूरा प्रकरण देखा, जब मेरे साथ ये घटना घटी तब कलेक्टर साहब मेरी गाड़ी में ही थे, उनकी आंखों के सामने सब कुछ हुआ है। मैंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी पुलिस अधीक्षक को भी दे दी है। अगर शिकायत की जरूरत हुई तो मैं जरूर शिकायत करूंगा। मुझे ऐसा लगता है कि इनके पीछे देश विरोधी ताकतें हैं, उनकी कोशिश है कि जनजातीय समाज एक नहीं हो।