इंदौर. रायपुर की सेंट्रल जेल से छूटने के बाद कालीचरण महाराज मंगलवार शाम को इंदौर पहुंचा। यहां हिंदू महासभा सहित अन्य हिंदू संगठनों ने एयरपोर्ट से राजवाड़ा तक जगह-जगह कालीचरण का स्वागत किया। कालीचरण ने रायपुर में आयोजित धर्मसभा में गांधीजी पर अभद्र टिप्पणी की थी। जिसके बाद 30 दिसंबर 2021 को मप्र के खजुराहो से 25 किमी दूर बागेश्वर धाम से छत्तीसगढ़ पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर ले गई थी। करीब 91 दिन जेल में बंद रहने के बाद कालीचरण महाराज को रिहाई मिली है।
हिंदुओं के लिए काम करता रहूंगा : कालीचरण
इंदौर में कालीचरण ने मीडिया से कहा कि मैंने जो बयान दिया था, उस पर आज भी कायम हूं। आज मैं देवी अहिल्या की पावन नगरी इंदौर पहुंचा हूं। यहां पर लोगों का उत्साह देखकर बड़ा प्रसन्न हूं। हिंदुओं को लेकर मैं लगातार काम करता रहा हूं और करता रहूंगा। कालीचरण ने कहा कि जिस तरह से यहां लोग पहुंचे हैं और मेरा स्वागत किया है, इससे मेरा उत्साह और मनोबल बढ़ रहा है।
'गांधी पर टिप्पणी करने पर पछतावा नहीं'
रायपुर में आयोजित धर्मसभा में महात्मा गांधी को लेकर दिए विवादित बयान पर कालीचरण ने कहा, मुझे अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं है। मुझे सच बोलने की सजा मिली है। सोमवार शाम रायपुर की हाईकोर्ट की सिंगल बेंच से कालीचरण को जेल से रिहा करने के आदेश हुए। जिसके बाद वे रायपुर से सीधे इंदौर पहुंचे।
यह बोले थे कालीचरण
26 दिसंबर को कालीचरण महाराज ने रायपुर में धर्मसंसद में कहा- ‘इस्लाम का लक्ष्य राजनीति जरिए राष्ट्र पर कब्जा करना है। हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था... उन्होंने पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया था...। मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं कि उन्होंने मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या की।’ कालीचरण महाराज के बयान पर काफी विवाद हुआ था। मध्य प्रदेश के खजुराहो से छत्तीसगढ़ पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
कालीचरण की गिरफ्तारी पर हुई थी राजनीति
गिरफ्तारी पर मध्यप्रदेश सरकार ने कड़ी आपत्ति जताई थी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने इंटर स्टेट प्रोटोकॉल को तोड़ा है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि नरोत्तम मिश्रा बताएं गांधीजी को गाली देने वाले से खुश हैं या दुखी। नियम के तहत कार्रवाई हुई है।
गांधी को गाली देने वाले का भव्य स्वागत, कालीचरण बोला - कोई पछतावा नहीं
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इंदौर. रायपुर की सेंट्रल जेल से छूटने के बाद कालीचरण महाराज मंगलवार शाम को इंदौर पहुंचा। यहां हिंदू महासभा सहित अन्य हिंदू संगठनों ने एयरपोर्ट से राजवाड़ा तक जगह-जगह कालीचरण का स्वागत किया। कालीचरण ने रायपुर में आयोजित धर्मसभा में गांधीजी पर अभद्र टिप्पणी की थी। जिसके बाद 30 दिसंबर 2021 को मप्र के खजुराहो से 25 किमी दूर बागेश्वर धाम से छत्तीसगढ़ पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर ले गई थी। करीब 91 दिन जेल में बंद रहने के बाद कालीचरण महाराज को रिहाई मिली है।
हिंदुओं के लिए काम करता रहूंगा : कालीचरण
इंदौर में कालीचरण ने मीडिया से कहा कि मैंने जो बयान दिया था, उस पर आज भी कायम हूं। आज मैं देवी अहिल्या की पावन नगरी इंदौर पहुंचा हूं। यहां पर लोगों का उत्साह देखकर बड़ा प्रसन्न हूं। हिंदुओं को लेकर मैं लगातार काम करता रहा हूं और करता रहूंगा। कालीचरण ने कहा कि जिस तरह से यहां लोग पहुंचे हैं और मेरा स्वागत किया है, इससे मेरा उत्साह और मनोबल बढ़ रहा है।
'गांधी पर टिप्पणी करने पर पछतावा नहीं'
रायपुर में आयोजित धर्मसभा में महात्मा गांधी को लेकर दिए विवादित बयान पर कालीचरण ने कहा, मुझे अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं है। मुझे सच बोलने की सजा मिली है। सोमवार शाम रायपुर की हाईकोर्ट की सिंगल बेंच से कालीचरण को जेल से रिहा करने के आदेश हुए। जिसके बाद वे रायपुर से सीधे इंदौर पहुंचे।
यह बोले थे कालीचरण
26 दिसंबर को कालीचरण महाराज ने रायपुर में धर्मसंसद में कहा- ‘इस्लाम का लक्ष्य राजनीति जरिए राष्ट्र पर कब्जा करना है। हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था... उन्होंने पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया था...। मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं कि उन्होंने मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या की।’ कालीचरण महाराज के बयान पर काफी विवाद हुआ था। मध्य प्रदेश के खजुराहो से छत्तीसगढ़ पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
कालीचरण की गिरफ्तारी पर हुई थी राजनीति
गिरफ्तारी पर मध्यप्रदेश सरकार ने कड़ी आपत्ति जताई थी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने इंटर स्टेट प्रोटोकॉल को तोड़ा है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि नरोत्तम मिश्रा बताएं गांधीजी को गाली देने वाले से खुश हैं या दुखी। नियम के तहत कार्रवाई हुई है।