संजय गुप्ता, INDORE. कृषि मंत्री कमल पटेल बुधवार को इंदौर में थे। 2 दिन पहले उनके खिलाफ एक व्यक्ति ने वेयर हाउस के पास खड़े होकर वीडियो वायरल किया था कि ये वेयर हाउस और संपत्तियां कृषि मंत्री कमल पटेल की हैं। राजनीति में आने पर उनके पास केवल 40 एकड़ जमीन थी जो आज हजार एकड़ से ज्यादा है। केवल हरदा में ही 500 करोड़ की संपत्तियां इनके पास हैं।
कृषि मंत्री ने आरोपों को बताया झूठा
इन आरोपों पर मंत्री ने मीडिया से कहा कि लोग सठिया गए हैं, पगला गए हैं, मैंने वकील को इन्हें मानहानि का नोटिस भेजने का बोल दिया है। इनकी भी हालत वही होगी जो राहुल गांधी की हुई है। ये सभी गंदी राजनीति है, मेरे ऊपर झूठे आरोप लगे, हर जगह बाइज्जत बाहर आया हूं, लेकिन इसमें मेरे 12 साल खराब हुए।
वायरल वीडियो में सीबीआई, ईडी से जांच की मांग
वायरल वीडियो में ये भी कहा गया है कि पूरे प्रदेश के किसानों को लूटकर मंत्री ने ये संपत्तियां बनाई हैं। इन्हें खोजने की भी जरूरत नहीं है ये लाइव सामने हैं, लेकिन इनके यहां सीबीआई, ईडी नहीं भेजेंगे, पीएम साहब, प्रधानमंत्री का पद निष्पक्ष होता है, पीएम अटलजी कहते हैं कि निष्पक्ष रहना चाहिए, यदि आप अच्छे हो तो जिन्होंने मप्र के किसानों को लूटा है, इनके यहां क्यों नहीं भेजते हैं।
तुलसी, चौधरी बीजेपी में आने के बाद हजारों वोट से जीतने लगे
मंत्री कमल पटेल ने कहा कि कांग्रेस से बीजेपी की सत्ता बदलने को लेकर कहा कि कांग्रेस लॉलीपाप देकर सत्ता में आई थी, झूठे वादे किए थे, ज्योतिरादित्य सिंधियाजी इसे समझ गए और उन्हें इसके लिए बधाई देता हूं। पहले तुलसी सिलावट कुछ हजार वोट से जीतते थे, बीजेपी में आने के बाद 50 हजार से जीते, प्रभुराम चौधरी भी पांच-साढ़े 5 हजार से जीतते थे, वे 65 हजार से जीते।
'टिकट देने का मापदंड पार्टी निष्ठा और चुनाव जीतने की संभावना वाला ही हो'
नेता पुत्रों को टिकट नहीं देने, सीटिंग विधायक के टिकट काटने जैसे मुद्दे पर द सूत्र के सवाल पर कमल पटेल ने कहा कि टिकट दिए जाने के केवल 2 ही मापदंड होते हैं, एक पार्टी के प्रति निष्ठा और दूसरा चुनाव जीतने की संभावना। यदि चार दावेदार हैं तो इसमें से कौन चुनाव जीतने की अधिक संभावना वाला हो, उसे ही टिकट दिया जाना चाहिए।
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'पटवारी ने क्यों नहीं दिए 3 हजार रुपए'
स्टेट प्रेस क्लब में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमल पटेल ने जीतू पटवारी द्वारा गेंहू के दाम 3 तीन हजार प्रति क्विंटल करने के मुद्दे पर कहा कि जब उनकी सरकार थी तब यह बात क्यों नहीं उठाई। कांग्रेस ने झूठे वादे किए, किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। कांग्रेस और पटवार को हक ही नहीं है कि वो किसानों के मुद्दे उठाए। कार्यक्रम में क्लब के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल और अन्य मौजूद रहे।