JABALPUR. वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता भंग करने के मामले में उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा और सरकार के जिम्मेदारों को सजा होगी। मैं चुनाव से मतलब नहीं रखता हूं। मुझे सिर्फ संविधान से लगन है। मैं किसी से नहीं डरता हूं और ना कभी डरूंगा। जिन लोगों ने गलत किया है। आने वाले दिनों में उनके साथ ही गलत होगा।यह बातें जबलपुर में कपिल सिब्बल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में की।
एक साजिश के तहत राहुल गांधी के बारे में झूठ फैलाया गया
सिब्बल ने स्पष्ट कहा कि लोगों को इंसाफ नहीं मिल रहा है, इसलिए वे सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे खटखटा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी की सदस्यता मामले में ठोस निर्णय नहीं आया तो दोबारा एक सप्ताह के अंदर सुप्रीम कोर्ट में केस दायर किया जाएगा। एक साजिश के तहत राहुल गांधी के बारे में झूठ फैलाया गया है। अगर ऐसे ही भ्रष्टाचार के चलते देश चलता रहा तो लोकतंत्र को बिल्कुल भी बचाया जा सकेगा। ऐसे माहौल में लोकतंत्र पूरी तरह देश में खत्म हो जाएगा। आज के समय में सीबीआई, ईडी सहित अन्य इंस्टिट्यूट में ईमानदारी से काम नहीं कर रहे हैं।
ये खबर भी पढ़ें....
मैंने कांग्रेस छोड़ी, लेकिन कांग्रेस की विचारधारा से जुड़ा हूं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 100 वें एपिसोड पर सिब्बल ने कहा कि कभी महिलाओं की मन की बात भी पीएम मोदी सुन लें। दिल्ली में पहलवानों के धरने मामले में कहा कि सांसद बृजकिशोर की जगह कोई और होता तो अब तक गिरफ्तार कर लिया जाता। कहा कि मैंने कांग्रेस छोड़ी, लेकिन कांग्रेस की विचारधारा से जुड़ा हूं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के संबंध में कहा कि बीजेपी नहीं जीतेगी।
24 मार्च को राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म हुई थी खत्म
24 मार्च को मानहानि केस में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी गई थी। इसी के साथ राहुल गांधी को दो साल की सजा मिली थी। केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को उनकी 'मोदी सरनेम' टिप्पणी पर आपराधिक मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद लोकसभा सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। राहुल गांधी ने कर्नाटक के कोलार में 13 अप्रैल, 2019 को चुनावी रैली में विवादित टिप्पणी की थी। कांग्रेस नेता ने कहा था, नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी का सरनेम कॉमन क्यों है? सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?