Jabalpur. यूं तो सुप्रीम कोर्ट के वकील कभी जिला अदालतों में कदम नहीं रखते, लेकिन प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के खिलाफ दायर मानहानि के मुकदमें में पैरवी करने वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल जबलपुर पहुंचेंगे। दरअसल यह मुकदमा राज्यसभा सदस्य विवेक कृष्ण तन्खा ने जबलपुर की जिला अदालत में दायर किया था। ओबीसी आरक्षण को लेकर दिए गए एक बयान के खिलाफ विवेक तन्खा ने यह केस दायर किया था।
देश में जब ओबीसी आरक्षण के मामले को लेकर राजनीति चरम पर थी और यह संवेदनशील मामला सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौर में था, उस दौरान बीजेपी नेताओं ने इस मामले में राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा पर ओबीसी आरक्षण के विरोध में बात करने जैसे आरोप लगाए थे। उन आरोपों को निराधार बताते हुए तन्खा ने 10 करोड़ रुपए के मानहानि का नोटिस बीजेपी नेताओं को भेजा था।
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29 अप्रैल को होगी सुनवाई
29 अप्रैल को इस मामले में सुनवाई होनी है। इस मामले में विवेक तन्खा की ओर से पैरवी करने कपिल सिब्बल आ रहे हैं। बता दें कि बीजेपी के नेताओं ने ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण सुप्रीम कोर्ट से रद्द हो जाने के बाद विवेक तन्खा पर कई आरोप लगाए थे। जिसके बाद तन्खा ने सीएम शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा और भूपेंद्र सिंह के खिलाफ यह मामला दायर किया था।
ट्वीट कर दी जानकारी
इस मामले में विवेक तन्खा ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने ओबीसी के वकील को ही ओबीसी का विरोधी बनाने का झूठा प्रयास करने की बात कही है। उन्होंने लिखा कि झूठ और सच के ट्रायल की शुरूआत जबलपुर में न्यायालय के समक्ष होगी। विवेक तन्खा बनाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मंत्री भूपेंद्र सिंह का यह प्रकरण इनके द्वारा बोले गए शब्दों असत्य और झूठे बयानों के जरिए मेरे खिलाफ आपत्तिजनक माहौल निर्मित करने के गलत प्रयास को उजागर करने के लिए होगा। वहीं कपिल सिब्बल के पैरवी के लिए आने की खबर से जबलपुर में राजनैतिक और वकीलों के खेमे में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।