BHOPAL. राजधानी में चार दिनों से चल रहा करणी सेना का आंदोलन 11 जनवरी को खत्म हो गया है। सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने करणी सेना परिवार प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर को जूस पिलाकर अनशन खत्म कराया। करणी सेना की 21 सूत्रीय मांगों में से 18 मांगों पर सहमति बनी है। 3 सदस्यीय कमेटी इन मांगों पर विचार करेगी। कमेटी में मध्यप्रदेश शासन विभाग के सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव अध्यक्ष, स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव और सामाजिक न्याय एवं दिव्यांजन कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव सदस्य होंगे। ये समिति अन्य विभागों से परामर्श कर सकेगी और दो माह में राज्य सरकार को अपना रिपोर्ट सौंपेगी। वहीं आंदोलन में शामिल एक युवक के खिलाफ पिपलानी थाने में केस दर्ज किया है। उस पर सीएम शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ अपशब्द कहने का आरोप हैं।
22 में से इन 4 मांगों पर नहीं हुई कोई बात
- आरक्षण का आधार आर्थिक किया जाए, जिससे समाज के हर वर्ग के गरीबों को आरक्षण का लाभ मिल सके। एक बार आरक्षण मिलने पर दोबारा आरक्षण का लाभ नहीं दिया जाए।
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जो मांगें नहीं मानी गई, वे सभी केन्द्र के अधीन हैं
करणी सेना की 22 में से जो 4 मांगें नहीं मानी गई है, वे सभी केन्द्र के अधीन मामले हैं। इन मांगों की वजह से ही चार दिन तक आंदोलन होता रहा। संगठन के लोग बिना अनुमति आम रास्ता रोककर भोपाल के महात्मा गांधी चौराहे पर धरना दे रहे थे। इनमें से 5 पदाधिकारी आमरण अनशन पर बैठ हुए थे। जबकि उन्होंने जम्बूरी मैदान में सम्मेलन के लिए पुलिस कमिश्नर से सिर्फ एक दिन (रविवार) के लिए अनुमति ली थी।
आंदोलन के कारण लग रहा था जाम
आंदोलन के कारण महात्मा गांधी चौराहे से अवधपुरी तिराहे तक रास्ता पूरी तरह जाम हो गए थे। अवधपुरी और आसपास की 2 लाख से अधिक आबादी को परेशान होना पड़ रहा था। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 3000 पुलिसकर्मी मौके पर तैनात हैं।
वीडियो में सीएम से कहे गए अपशब्द, पुलिस ने की जांच शुरू
भोपाल में आंदोलन के बीच कई वीडियो सामने आए है, जिसमें अपशब्दों का उपयोग किया गया। एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान को गालियां देने पर पिपलानी पुलिस इन सभी वीडियो की जांच जारी है। मुख्यमंत्री को अपशब्द कहने के तीन वीडियो मिल चुके हैं। एक वीडियो में हरियाणा के भिवानी का रहने वाला ओकेंद्र सिंह राणा सीएम को अपशब्द कह रहा है। पुलिस के मुताबिक 8 जनवरी को करणी सेना के जंबूरी मैदान पर हुए प्रदर्शन में शामिल होने ओकेंद्र सिंह राणा पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने साथियों के साथ जुलूस निकाला था। उसी समय का यह वीडियो है।