मंदसौर. यहां नायक खुर्द गांव में एक भतीजे ने अपनी चाची की तलवार से गर्दन काटकर हत्या कर दी। घटना गुरुवार, 21 अक्टूबर की सुबह करीब 10 बजे की है। चाची और भतीजे के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। झगड़ा अभी हो ही रहा था कि इसी दौरान भतीजे को काफी गुस्सा आ गया और वो अंदर से तलवार ले आया और चाची के गर्दन पर वार कर दिया। तलवार के वार से चाची नीचे गिर गई और उनकी मौत हो गई। घटना के बाद से आरोपी फरार है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। TI गोपाल सूर्यवंशी के मुताबिक, अंधविश्वास के चलते ये घटना घटी। कुछ लोगों का कहना है कि जमीन को लेकर चाची और भतीजे में विवाद चल रहा था। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
क्या है पूरा मामला
पुलिस की शुरूआती जांच में पता चला कि साल के आरोपी विष्णु को 40 साल की चाची बाला बाई के डायन होने का शक था। जिसके चलते आरोपी ने इस घटना को अंजाम दिया। कुछ लोग जमीनी विवाद को भी हत्या की वजह बता रहें हैं। पुलिस इस मामले की जांच और हत्या के पीछे की असली वजह की जांच कर रही है। मृतका की हत्या के समय उसका बेटा भई वहीं मौजूद था। बेटे गोविंद ने बताया कि मेरे बड़े पापा बालाराम ने मुझे पकड़कर नीचे बैठा दिया। विष्णु तलवार लेकर आया और मेरी मम्मी को काट डाला। वह मेरे सामने तड़प रही थी। मैं मां को बचाने के लिए चिल्लाया तो लोग आ गए।
रिश्तेदार के आने से बेटे की बची जान
रिश्तेदार हुकुम सिंह का कहना था कि बालाराम, उसकी पत्नी, बेटा विष्णु (मुख्य आरोपी) और बहू सभी ने बाला बाई और उसके बेटे गोविंद को पकड़ रखा था। विष्णु और उसके परिवार के अन्य सदस्य बाला बाई और गोविंद को घसीटकर उनकी हत्या करने के लिए ले जा रहे थे। बाला बाई को मारने के बाद बेटे गोविंद की भी हत्या करने वाले थे, लेकिन मैं अचानक से आ गया। इन्होंने जमीन के लिए वारदात को अंजाम दिया है।