Jabalpur. जबलपुर में किसान सम्मान निधि को डॉक्टरों, इंजीनियरों और वकीलों में बांटे जाने का मामला सामने आने के बाद ऐसे अपात्र किसानों से योजना की राशि वसूली जा रही है। प्रशासन अब तक करीब 1 करोड़ रुपए वसूल भी चुका है लेकिन करीब 4.6 करोड़ रुपए वसूले जाने बाकी हैं।
योजना के शुरू होने पर किसानों की सूची निकाली गई थी। उस आधार पर सम्मान निधि के 6 हजार उनके खातों में जमा करा दिए गए। प्रशासन को बाद में पता चला कि किसान सम्मान राशि पाने वाले कई किसान योजना के अपात्र हैं। अब तहसीलदारों के मार्फत ऐसे किसानों को नोटिस भेजा गया है।
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सबसे ज्यादा पाटन तहसील में
किसान सम्मान निधि के अपात्र किसान सबसे ज्यादा पाटन तहसील में पाए गए। यहां 2414 ऐसे किसान थे जिन्हें किसान सम्मान निधि दी गई, जबकि उनमें से कई आयकर दाता या फिर किसी पेशे से जुड़े लोग थे। जिले की हर तहसील में ऐसे किसानों की संख्या 5 सौ से 24 सौ के बीच है। जिन्हें किश्तों में किसान सम्मान निधि भेजी गई थी। राजस्व अमले ने किसानों के खाता नंबर लिए और उन्हें पीएम किसान पोर्टल पर अपलोड कर दिया था। जिसके बाद उनके खातों में राशि आना शुरू हो गई।
एसडीएम ललित ग्वालवंशी ने बताया कि नोटिस जारी किए जाने के बाद अब तक करीब 20 फीसद वसूली हो चुकी है। लेकिन अभी भी 4 करोड़ 60 लाख रुपयों की वसूली किया जाना शेष है। उम्मीद है कि जल्द ही राशि की वसूली निपटा ली जाएगी। बता दें कि ऐसे अपात्र किसानों से कुल 5 करोड़ 68 लाख 10 हजार रुपए वसूले जाने थे। जिसमें से 1 करोड़ 8 लाख रुपए की वसूली हो गई है।
इतने अपात्र पहचाने गए
पीएम किसान सम्मान निधि योजना में जिले में अपात्रों की संख्या काफी ज्यादा है। पाटन तहसील में 2414, शहपुरा तहसील में 1008, जबलपुर तहसील में 1005, सिहोरा तहसील में 848, मझौली में 584, कुंडल में 573 और पनागर तहसील में 534 अपात्र किसानों की पहचान हुई है। जिन्हें पीएम किसान सम्मान निधि की राशि किश्तों में खातों में पहुंचाई गई।