BHOPAL. शिवराज सरकार का चुनाव के पहले का आखिरी बजट 3 लाख 14 हजार करोड़ का भारी भरकम और रेवेन्यू सरप्लस का रहा। ये बजट पूरी तरह चुनावी रंग से सराबोर है। शिवराज भैया ने अपनी लाड़ली बहनों के लिए खस्ताहाल खजाना खोल दिया है। बजट का एक तिहाई हिस्सा महिलाओं के हवाले कर दिया यानी महिलाओं के हिस्से में 1 लाख करोड़ रुपए आए। वहीं SC-ST और किसानों को लुभाने के लिए भी बड़ी राशि रखी गई है।
चुनावी नैया बहन खिवैया
शिवराज सरकार ने चुनावी नैया की खिवैया महिलाओं को बनाया है। प्रदेश में 2 करोड़ 60 लाख 23 हजार 733 महिला मतदाता हैं। जाहिर है महिलाएं ही तय करने वाली हैं कि अगली सरकार किसकी बनेगी। यही कारण है महिला कल्याण के लिए इस बजट में 1 लाख 2 हजार 976 करोड़ रुपए रखे गए हैं यानी पूरे बजट का एक तिहाई हिस्सा। इसमें लाड़ली बहना के लिए 8 हजार करोड़, वृद्धावस्था और विधवा पेंशन पर 1535 करोड़, महिलाओं के लिए स्वरोजगार 1 हजार करोड़, लाड़ली लक्ष्मी योजना पर 929 करोड़ और आजीविका मिशन में ब्याज भुगतान पर 660 करोड़ रुपए शामिल हैं। इसके अलावा 5 हजार स्कूलों में 12वीं कक्षा में सबसे ज्यादा नंबर लाने वाली छात्राओं को स्कूटी भी दी जाएगी।
SC-ST, किसान लुभावन बजट
महिलाओं के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एससी-एसटी और किसानों को लुभाने का भी पूरा इंतजाम किया है। इन तीनों पर भी करीब 75 हजार करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान किया गया है। आदिवासी वर्ग की योजनाओं पर 36 हजार 950 करोड़ और अनुसूचित जनजाति की सब स्कीम पर 26 हजार करोड़ बजट में रखे गए हैं। किसानों को 5 हॉर्सपावर के कृषि पंप और एक बत्ती कनेक्शन मुफ्त रहेगा। इसके लिए 2475 करोड़, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के लिए 3230 करोड़, अटल कृषि ज्योति योजना पर 5510 करोड़, डिफाल्टर किसानों की ब्याज माफी के लिए 350 करोड़ रुपए बजट में शामिल किए गए हैं।
कर्ज में डूबी सरकार फिर भी बनी दानवीर
प्रदेश सरकार गले से ऊपर तक कर्ज में डूबी हुई है। फिर भी चुनाव के चक्कर में दानवीर कर्ण बन गई है। बजट में खस्ताहाल खजाने को लुटाने के लिए दोनों हाथ खोल दिए गए हैं। प्रदेश सरकार 31 मार्च 2024 तक 3 लाख 14 हजार करोड़ का बजट खर्च करेगी तब तक उसके ऊपर 3 लाख 85 हजार 973 करोड़ का कर्ज हो जाएगा। इस वक्त सरकार पर 3 लाख 31 हजार 651 करोड़ की कर्जदार है। सरकार ने इसी साल 25 हजार करोड़ का कर्ज लिया है।
सीएम शिवराज ने पढ़े तारीफों के कसीदे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बजट को प्रदेश के विकास, आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश और गरीब कल्याण का बजट बताया है। उन्होंने इसे अद्भुत और अकल्पनीय माना। उन्होंने कहा कि ये मां-बहन और बेटी का बजट है, किसानों का बजट है और सही मायनों में ये जनता का बजट है। ये समृद्धि की अमृत वर्षा का बजट है।
कांग्रेस ने बताया मनोरंजन का बजट
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ये मनोरंजन और झूठ का बजट है। ये चुनावी घोषणाओं के जुमलों का बजट है जिसके जरिए गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। ये सत्यानाश और भ्रष्टाचार का बजट है। लगे हाथ कमलनाथ ने नहले पर दहला चलने की कोशिश की। कमलनाथ ने कहा कि हम महिलाओं को 1 हजार की जगह 1500 रुपए देंगे।
पहली बार ई-बजट
इस बार स्कैप पॉलिसी के जरिए 15 साल पुराने वाहन सड़कों से हटाए जाएंगे। 1 लाख सरकारी वाहन 1 अप्रैल के बाद सड़क पर नजर नहीं आएंगे। इस बार ई-बजट पेश किया गया। वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने टैबलेट पर बजट पढ़ा। इस दौरान कांग्रेस ने एलपीजी की कीमत बढ़ने पर हंगामा किया और सदन से वॉकआउट कर दिया।