Seoni, Vinod Yadav. सिवनी जिले का एक छात्रावास पूरा रेस्टोरेंट जैसा नजर आता है जो भी वहां की सुंदरता और कलाकारी देखता है तो वहां से जाने का मन नहीं करता है. बच्चों को छात्रावास में रुकने ओर घर जैसे माहौल देकर पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा करने दिव्यांग शिक्षक की यह पहल है।
दिव्यांग शिक्षक का नवाचार
शायद मध्यप्रदेश के किसी भी जिले में ऐसा छात्रावास नहीं होगा। हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के आदिवासी विकासखंड कुरई स्थित आदिवासी बालक छात्रावास की जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत के सपनो को साकार करते हुए दिव्यांग शिक्षक हीरामणि ने कबाड़ के जुगाड़ से रेस्टोरेंट जैसे फव्वारा, लाइटिंग,झूले सहित कई आकर्षक चीजों को बनाया है इसके साथ ही पर्यावरण का संदेश देते हुए फूल फुलवारी के साथ आकर्षक पौधे भी लगाए गए हैं।
शासन की सुविधाओं से हटकर काम
इस बालक छात्रावास में खेल मैदान,भोजन सहित शासन की सारी सुविधाएं मौजूद है लेकिन दिव्यांग शिक्षक हीरामणि दीक्षित ने बच्चों मैं पढ़ाई के लिए एक अलग ही माहौल बनाया हुआ है। पूरे छात्रावास मंे आकर्षक वाल पेंटिंग के साथ साथ मोटीवेशन चार्ट, टूरिया सत्यागृह के शहीदों के नाम से छात्रों के कमरे रखे गए है। छात्रों के लिए पुस्तकालय,डायनिंग हाल सहित उन्हे कोचिंग भी दिलाई जा रही है जिससे बच्चे पढ़कर बच्चे शत प्रतिशत रिजल्ट ला रहे हैं।
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7 बार मिल चुका है अवॉर्ड
बता दें कि दिव्यांग शिक्षक अपनी इस पहल के चलते सात बार अवॉर्ड भी ले चुके है। वहीं छात्र भी छात्रावास के रेस्टोरेंट जैसे माहौल को देखकर भी बेहद खुश हैं ओर लगन से पढ़ाई भी कर रहे हैं। उनका यह प्रयास इस लायक भी है कि उन्हें बार-बार नवाजा जाए, ताकि और भी शिक्षक इस प्रकार की गतिविधियों को उत्साह के साथ करें।