निवाड़ी जिले के लाडपुरा खास गांव (Ladpura Khas Village) को यूनाइटेड नेशन वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन ने ‘बेस्ट टूरिज्म विलेज’ की कैटेगरी में नॉमिनेट किया है। यानि यह गांव ‘सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव’ में शामिल हो गया है। इस गांव के अलावा मेघालय (Meghalaya) के कोंगथोन और तेलंगाना से पोचमपल्ली गांव भी इस कैटेगरी में शामिल किए गए हैं। टूरिस्ट प्लेस ओरछा (Orchha) से 8 किलोमीटर दूर हरियाली और पहाड़ों के बीच बसे लाडपुरा गांव की 80 फीसदी आबादी शिक्षित है।
बुंदेली परंपरा का एहसास
सैलानी इस गांव में बुंदेली संस्कृति को जीने के लिए आते हैं। इस छोटे से गांव की 80 फीसदी आबादी साक्षर है। साथ ही इस गांव में टूरिस्टों को ठहरने के लिए होम स्टे (Home stay) भी तैयार किए गए हैं। पर्यटन नगरी ओरछा के नजदीक होने के कारण विदेशी सैलानी भी अच्छी खासी संख्या में यहां पहुंचते हैं।
CM ने दी शुभकामनाएं
सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM shivraj) ने इस उपलब्धि पर बधाई दी है। उन्होने कहा है कि मध्यप्रदेश के गांव लाडपुरा खास को ‘यूएनडब्ल्यूटीओ’ प्रवेश के लिए चयनित होने के कारण हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। इसके लिए मध्य प्रदेश टूरिज्म की पूरी टीम को मेरी शुभकामनाएं और प्रशासन इस उपलब्धि पर अच्छा काम करते रहें।
5 सालों में 100 गांव को विकसित करेंगे
पर्यटन एवं संस्कृति विभाग (Department of Tourism and Culture) के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि अगले पांच सालों में 100 गांवों को ग्रामीण पर्यटन (Tourist) की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। इनमें ओरछा, खजुराहो (Khajuraho), मांडू, सांची, पचमढ़ी, तामिया, पन्ना राष्ट्रीय उद्यान, बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, संजय दुबरी राष्ट्रीय उद्यान , पेंच और कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, मितावली, पडावली आदि क्षेत्रों में उपयुक्त स्थलों का चयन कर उनका विकास किया जाएगा।