संजय गुप्ता, INDORE. तीन कॉलोनियों के 255 पीड़ितों के मामले निराकृत करने के लिए हाईकोर्ट द्वारा बनाई गई रिटायर जज की कमेटी के सामने भूमाफिया चंपू के साथ ही चिराग शाह, हैप्पी धवन के साथ ही उनकी कंपनियों में डायरेक्टर बनाए गए नौकर निकुल कपासी, रजत बोहरा, विकास सोनी, अबंरीश कुमार, महावीर जैन भी पेश हुए। लेकिन चंपू के परिवार के अन्य सदस्य पिता पवन अजमेरा, पत्नी योगिता अजमेरा, भाई नीलेश अजमेरा और उसकी पत्नी सोनाली अजमेरा पेश नहीं हुए। इस पर कमेटी ने सख्त आपत्ति ली। वहीं चंपू को कहा कि क्या करते हो, घर में काम करने वाली हाउसवाइफ को भी डायरेक्टर बनाकर जेल भिजवा दिय। अब तो निपटारा कर दो, क्यों घरवालों को भी उलझा रखा है? कमेटी ने शाम पांच से छह बजे करीब एक घंटे तक सभी भूमाफिया, उनके अधिवक्ताओं के साथ बंद कमरे में बात की।
फिनिक्स कंपनी का डायरेक्टर चार्ट, इन सभी को बुलाया गया था
चंपू ने कहा मेरी जिम्मेदारी, कमेटी ने कहा बोलने से नहीं होता काम
चंपू से कमेटी ने कहा कि जो नहीं आए उन सभी को यहां बुलाया जाए, इन सभी के नाम, नंबर, पते दो ताकि सभी को नोटिस दिया जाए और उन्हें बुलाया जाए। इस पर चंपू ने कहा कि मैं जिम्मेदारी लेता हूं फिनिक्स का पूरा मामला मैं निपटाऊंगा। इस पर कमेटी ने कहा इस तरह कहने से काम नहीं चलता है, जिम्मेदारी कागजों पर देखना होती है कि कौन, कब, कितने समय डायरेक्टर रहा और इसके खाते में किस तरह से लेन-देन हुआ। इस पर जिम्मेदारी तय होगी।
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लिक्वीटेडर बोला अंग्रेजी में लेंगे बयान, चंपू बोला हिंदी में दूंगा
फिनिक्स कंपनी के लिक्विडेटर ने बोला कि सैकड़ों नोटिस के बाद यह नहीं आ रहे हैं और मुझे सभी डायरेक्टरों की डिटेल चाहिए होगी और उनके बैंक खातों के स्टेटमेंट लगेंगे कि किसके पास कितनी राशि कहां से आई। तभी तो रजिस्ट्री आगे हो सकेगी। इस पर चंपू ने कहा कि मेरे खाते तो सीज है, डिटेल कहां से आएगी, इस पर लिक्वीडेटर ने कहा हम चिट्ठी देंगे आप ले आना। कमेटी ने कहा कि चंपू और चिराग दोनों ही लिक्विडेटर के पास जाकर बयान जमा कराएं। लिक्वीडेटर ने कहा कि बयान अंग्रेजी में होंगे, इस पर चंपू ने कहा कि मैं तो हिंदी में दूंगा। इस पर कहा गया कि फिर हमें ट्रांसलेटर की जरूरत होगी और इसका खर्चा कौन देगा? इस पर चंपू ने कहा कि मैं खर्चा दूंगा, लेकिन बयान हिंदी में होंगे।
कालिंदी में हैप्पी बोले कई डायरी फर्जी, मेरे साइन नहीं है
कालिंदी गोल्ड मामले में ज्यादा सुनवाई नहीं हुई। हैप्पी धवन ने बताया कि इसमें कई डायरियां गलत है और मेरे फर्जी साइन किए हुए हैं। इस पर कमेटी ने कहा कि वह तो साइन एक्सपर्ट तय करेगा कि साइन फर्जी हैं या नहीं। कमेटी इन सभी मुद्दों पर भी ध्यान देगी और निराकरण करेगी।