संजय गुप्ता, INDORE. हाईकोर्ट इंदौर की खंडपीठ के आदेश से गठित हुई हाईकोर्ट रिटायर जज की कमेटी के बाद शुक्रवार को भूमाफिया चंपू अजमेरा सैंकड़ों नोटिसों के बाद लिक्विडेटर के सामने पेश हुआ। सुबह से लेकर देर शाम तक लिक्विडेटर के सामने वीडियो रिकार्डिंग की उपस्थिति में उसके बयान चलते रहे। लेकिन जितना सहयोग मिलना था उतना नहीं मिला है। अभी भी खाते में लेन-देन की पूरी ड़िटेल नहीं मिल सकी है, इसलिए अभी और भी उसके बयान होंगे। इसके साथ ही लिक्वडेटर को कंपनी के सभी डायरेक्टर जिसमें उसके पिता पवन, पत्नी योगिता, भाई नीलेश और उसकी पत्नी सोनाली अजमेरा व अन्य सभी के भी बयान लेता है।
नौकर से डायरेक्टर बने लोग भी जवाब लेकर पहुंचे
उधर कमेटी के सामने फिनिक्स कंपनी में चंपू द्वारा डायरेक्टर बनाए गए कर्मचारी अंबरीश, विकास सोनी व अन्य पेश हुए और उन्होंने जवाब दिया कि वह तो नौकर, कर्मचारी थे उन्हें फर्जी तरीके से डायरेक्टर बनाया गया। इस पर कमेटी ने पूछा कि आपने इसकी कहीं इनके खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी, इस पर उनके वकील ने शिकायत की कॉपी भी बता दी कि परिजन और इन्होंने गिरफ्तारी के समय क्राइम ब्रांच थाने में शिकायत की साथ ही हाईकोर्ट के एक याचिका में आदेश है कि इनके कंपनी के डेली लेन-देन में कोई लेना देना नहीं था, यह मात्र कर्मचारी थी।
पीड़ितों ने की शिकायत
पीड़ित भी कमेटी के सामने फिनिक्स की शिकायतें लेकर पहुंचे। एक व्यक्ति पांच-छह शिकायतें लेकर आया था, इसे कमेटी ने मान्य नहीं किया और कहा कि एक व्यक्ति कैसे सभी के आवेदन ला सकता है, आप सभी को बुला लो फिर आवेदन लेते हैं। इसके साथ ही सतीश भाटिया पीड़ित भी पहुंचे जिन्होंने पुरा भुगतान किया हुआ है और प्लाट नंबर 1072 की रजिस्ट्री भी है लेकिन अभी तक उसे चंपू अजमेरा व अन्य ने प्लाट पर कब्जा नहीं दिया है। एक बार फिर भाटिया ने भूमाफियाओं की शिकायत की है।