विदिशा. यहां के गंजबासौदा में यूपी का सरकारी डॉक्टर अपनी चाची और चचेरी बहन पर लट्ठ बरसा रहा है। उसने उनको दौड़ा-दौड़ा कर बेरहमी से पीटा। घायल चाची और चचेरी बहन का इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है। ये घटना रविवार, 17 अक्टूबर की है। आरोपी डॉक्टर मप्र का है, लेकिन मथुरा में नौकरी करता है।
क्या है मामला
पुष्पलता जैन (50) अपनी 18 साल की बेटी संस्कृति के साथ अपनी साड़ी की दुकान पर बैठी थीं। तभी उनके जेठ सूरजमल जैन अपने बेटे डॉक्टर आशीष जैन के साथ आए। गालियां देते हुए उसी समय मकान खाली करने का दबाव बनाने लगे। उन्होंने दुकान का सामान बाहर फेंक दिया। जब उनको ऐसा करने से रोका और पुलिस से शिकायत की बात कही तो सूरजमल और आशीष भड़क गए। दोनों ने पुष्पलता और उसकी बेटी की डंडों से पिटाई शुरू कर दी। वह जान बचाकर भागी तो उनको दौड़ा-दौड़ा कर बेरहमी से पीटा। यह पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी (CCTV) कैमरे में कैद हो गया। इस मामले में थाना प्रभारी सुमी देसाई का कहना है कि महिला और बेटी के हाथ, पैर में भी चोट आई है।
मां-बेटी ने बताई आपबीती
पीड़ित पुष्पलता ने कहा- घर जाते समय हमें चौराहे पर डंडे से पीटा। जब वह मुझे पीट रहा था तो बेटी ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया। यह देख उसने बेटी को भी पीटना शुरू कर दिया। उसने हमें अलग-अलग समय में आधे घंटे से भी ज्यादा देर तक मारा। मेरे शरीर के अंग-अंग में चोट आई है। बेटी को कोई उठाने वाला नहीं है, मुश्किल से स्कूटर पर बेटी को अस्पताल पहुंचवाया। अस्पताल में भी बेहतर इलाज नहीं मिला। पुलिस की एक मैडम आई थीं। पूरे कागज लेकर चली गईं।
चोटिल बेटी का कहना है कि सरकारी डॉक्टर आशीष मेरे ताऊ का बेटा है। जब मारपीट हुई उस समय मेरे पिता दवाई लेने गए हुए थे। हम थाने जा रहे थे, इसी दौरान आशीष और तीन लोग आए और हमें डंडे से पीटना शुरू कर दिया। हम थाने गए तो वहां पर कोई सुनवाई नहीं हुई। हमें ही चुप करवा रहे थे। इसके बाद हम अस्पताल चले गए। हमने पापा को कॉल किया तो उन्होंने बताया कि आशीष घर पर फिर आ गया है। इस पर हम अस्पताल से घर भागे तो आशीष फिर से हमें रास्ते में मिल गया, उसने मां को डंडे से पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद मैंने वीडियो बनाया तो उसने फिर मुझे भी डंडा मारा।