बालाघाट में 3 महीने रहा था अतीक-अशरफ हत्याकांड का आरोपी लवलेश तिवारी, रेत की रॉयल्टी वसूलने का करता था काम

author-image
Rajeev Upadhyay
एडिट
New Update
बालाघाट में 3 महीने रहा था अतीक-अशरफ हत्याकांड का आरोपी लवलेश तिवारी, रेत की रॉयल्टी वसूलने का करता था काम

Balaghat, Sunil Kore. देश के सबसे चर्चित यूपी के अतिक अहमद और अशरफ हत्याकांड के आरोपी लवलेश तिवारी का नाम जुड़ने के बाद से उसकी कुंडली खंगाली जा रही है, अतीक और अशरफ को पास से गोली मारकर उनकी हत्या का आरोपी लवलेश तिवारी, बालाघाट में मई से लेकर जुलाई 2021 तक बालाघाट में रहा। यहां वह रेत ठेेकेदार के लिए रेतघाटो की रॉयल्टी और पैसों की वसूली का काम करता था। हालांकि कोई सात से आठ माह तक उसके यहां रहने की बात कही जा रही है।



publive-image



महाराज लवलेश तिवारी के नाम की फेसबुक आईडी चलाता था



कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाने वाले 3 युवकों में शामिल लवलेश, महाराज लवलेश तिवारी के नाम से सोशल मीडिया में सक्रिय था। उसके द्वारा डाली गई पोस्ट में उसके तीन माह तक ही बालाघाट में रहने की पुष्टि होती है। फिलहाल यूपी में हत्याकांड के बाद बालाघाट पुलिस भी उसके सोशल मीडिया के माध्यम से लवलेश तिवारी के बालाघाट में रहने की बात संज्ञान में होने की बात कह रही है, लेकिन हत्याकांड से जुड़े लवलेश तिवारी के बालाघाट कनेक्शन पर यूपी पुलिस ने अब तक कोई संपर्क नहीं किया है, हालांकि यह केवल एक संयोग ही कहा जा सकता है कि देश के चर्चित माफिया अतिक अहमद और अशरफ की हत्याकांड का आरोपी लवलेश तिवारी कुछ समय तक बालाघाट में रहा। 




  • यह भी पढ़ें 


  • गुड्डू मुस्लिम ने दिया अतीक को धोखा, उसकी सूचना पर ही असद और गुलाम का एनकाउंटर, आखिरी क्षणों में अशरफ यही बता रहा था!



  • रेत खनन और बैनगंगा के घाटों की फोटो की शेयर



    लवलेश तिवारी के सोशल मीडिया एकाउंट में रेत से जुड़े लोगों, मां कालीपाठ मंदिर और वैनगंगा नदी के किनारे की फोटो है, जिससे यह मामला जिले में चर्चा का विषय बना है। हालांकि कभी जिनके साथ और जिनके लिए लवलेश तिवारी ने कभी बालाघाट में रहकर काम किया है, वह अब उसके बारे में बोलने से बच रहे हैं, लेकिन जैसे उसके सोशल मीडिया पोस्ट को देखें तो आरोपी लवलेश तिवारी, नाम कमाने की चाह रखता था और जैसे कि यूपी में अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या करने वाले तीन आरोपियों के बारे में जानकारी आ रही है कि आरोपितो ने केवल और केवल अपना नाम करने के लिए यह काम किया था। जिससे साफ है कि लवलेश तिवारी ने अपने नाम के लिए यह काम किया था और यह महज एक संयोग है कि वह कभी बालाघाट में रहकर रेत ठेकेदार के लिए कार्य करता था।



    publive-image



    हो सकती है ठेकेदारों से पूछताछ




    फिलहाल तो लवलेश तिवारी से संबंध रखने वाले रेत ठेकेदार और कर्मचारियों से पुलिस ने कोई पूछताछ नहीं की है, पर माना यही जा रहा है कि जल्द ही इन लोगों से पूछताछ हो सकती है। पूछताछ में बालाघाट में रहने के दौरान लवलेश किन लोगों के साथ उठता बैठता था, कहीं बालाघाट में भी उसने किसी अपराध को अंजाम तो नहीं दिया। क्या और भी अपराधी इस तरह प्रदेश में छोटे-मोटे काम करके अंडरग्राउंड तो नहीं हैं। इन सब सवालों को जानने पुलिस पूछताछ कर सकती है। 

     


    MP News MP न्यूज़ Atiq-Ashraf murder case अतीक-अशरफ हत्याकांड accused Lovelesh Tiwari link with Balaghat surfaced stayed in Balaghat for 3 months आरोपी लवलेश तिवारी बालाघाट से लिंक आया सामने 3 माह रहा बालाघाट में