/sootr/media/post_banners/3d4999ab1e422dccbd19d1c9f5b4a13156307bfbfe7743a98442054689830b3e.jpeg)
अरुण तिवारी, BHOPAL. मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 से 23 दिसंबर तक है। इसकी अधिसूचना जारी हो चुकी है। शीतकालीन सत्र बेहद गरमाने वाला है। कांग्रेस ने सरकार को घेरने के लिए शीतकालीन सत्र में ही अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी की है। इस अविश्वास प्रस्ताव के जरिए कांग्रेस सरकार के घोटालों को जनता के सामने लाना चाहती है। इसके लिए 13 दिसंबर तक विधानसभा को सूचना देने की तैयारी है। हालांकि पांच दिन का सत्र बहुत छोटा है, इसलिए कांग्रेस विधायक दल, मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर सत्र बढ़ाने की मांग करेगा। इस अविश्वास प्रस्ताव पर अंतिम मुहर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ लगाएंगे। 5 दिसंबर को इस प्रस्ताव पर विधायक दल की बैठक में चर्चा की जाएगी। कांग्रेस का कहना है कि सरकार पर बहुत गंभीर आरोप हैं जिन पर वो चर्चा से बचना चाहती है और इसीलिए सत्र छोटा रखती है।
कांग्रेस तैयार कर रही अविश्वास प्रस्ताव
कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव तैयार करने की जिम्मेदारी नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह के अलावा पूर्व विधायक पारस सकलेचा को सौंपी है। पारस सकलेचा सरकार के 101 घोटाले की पुस्तिका तैयार कर रहे हैं। ये किताब छपवाकर जिलों में भी बांटी जाएगी। कांग्रेस का ज्यादा फोकस पिछले ढाई साल के कार्यकाल पर है जिसमें कोरोना काल से लेकर पोषण आहार तक के बड़े घोटाले शामिल हैं। इनमें प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड जो अब कर्मचारी चयन मंडल बना है उसके द्वारा आयोजित शिक्षक और पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी, कारम बांध समेत सहित सड़क परियोजनाओं में अनियमितता के कारण हुई जनधन की हानि, ई-टेंडर घोटाला, किसानों की ऋण माफी न करके किसानों को अपात्र बनाए रखने, राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षाएं न होने, अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ न दिला पाने, खाली पदों पर भर्तियां न करने, बैकलॉग के पद कई सालों से खाली रहने, लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू को भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे अधिकारियों-कर्मचारियों के विरुद्ध अभियोजन की स्वीकृति न देने, पूरक पोषण आहार और मध्याह्न भोजन में अनियमितता, राशन वितरण में गड़बड़ी समेत अन्य मुद्दों को शामिल किया गया है।
अविश्वास प्रस्ताव को हास्यास्पद बताती है बीजेपी
वहीं बीजेपी इस तरह के किसी भी अविश्वास प्रस्ताव को हास्यास्पद बताती है। बीजेपी के सीनियर विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया कहते हैं कि जिस सरकार पर जनता का विश्वास है उस पर कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहती है। ये कांग्रेस की बौखलाहट है। कांग्रेस के ये चुनावी हथकंडे किसी काम नहीं आने वाले।
बीजेपी के घोटालों का हैंड पैम्पलेट बांटेगी कांग्रेस
कांग्रेस घोटालों पर एक किताब प्रकाशित करने के साथ ही प्रमुख घोटालों पर हैंड पैम्पलेट बनाकर बांटेगी। हर जिले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनता को इन घोटालों से अवगत कराया जाएगा। सोशल मीडिया के जरिए घोटाले की चेन शुरू की जाएगी जिसमें रोजाना एक घोटाले का इतिहास होगा। विधानसभा के इस सत्र घोटालों पर प्रश्न लगाए जाएंगे। कुछ प्रमुख घोटाले पर कांग्रेस अदालत में पिटीशन लगाने की भी तैयारी भी कर रही है। कमलनाथ इस अविश्वास प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लगाएंगे। यदि सरकार ने सत्र की अवधि नहीं बढ़ाई तो विधायक दल की बैठक में ये विचार किया जाएगा कि इस अविश्वास प्रस्ताव को शीतकालीन सत्र में पेश किया जाए या फिर बजट सत्र में।