BHOPAL. आजकल नेताओं की यजमान बनने में बहुत रुचि हो गई है। मंत्री हों या विधायक सभी कथावाचकों की शरण में आ गए हैं। मंत्रियों के यहां बड़े-बड़े पंडालों में कहीं शिवमहापुराण तो कहीं श्रीमद्भागवत कथा चल रही है। इन कथाओं के बहाने नेता, जनता को रिझाने में जुट गए हैं। ये कथावाचक नेताओं के यहां जनता को जुटाने का बड़ा साधन बन गए हैं।
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बैतूल में प्रदीप मिश्रा की कथा एंबीयंस
इन दिनों प्रदेश में कथाओं की सरिता बह रही है। खासतौर पर ये आयोजन मंत्री, विधायक और टिकट के दावेदार करा रहे हैं। चुनावी वैतरणी से पार उतरने के लिए नेताओं में कथा कराने की होड़ लगी हुई है। नेताओं में अचानक हुआ धर्म प्रेम लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इन आयोजनों में भीड़ भी खूब जुट रही है। जनता के मन में ये प्रश्न उठने लगा है कि क्या अब लोगों को इकट्ठा करने के लिए नेता कथावाचकों का सहारा ले रहे हैं।
- बैतूल में पंडित प्रदीप मिश्रा शिवमहापुराण की कथा कर रहे हैं। भीड़ भी खूब उमड़ रही है। 16 नवंबर से 22 नवंबर तक चलने वाली इस कथा का आयोजन किलेदार परिवार ने किया है। ये परिवार बीजेपी से जुड़ा हुआ है। इस परिवार के लोग स्थानीय जनप्रतिनिधि हैं। कृपा हुई तो आगे विधानसभा के उम्मीदवार भी बन सकते हैं। इस आयोजन में बड़ी संख्या में नेता भी पहुंच रहे हैं।
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कथावाचकों के यहां तीन-तीन महीनों की वेटिंग
नेताओं का कथाप्रेम देखकर कथावाचकों की खूब चांदी हो रही है। सोशल मीडिया पर भी कथावाचकों का खूब प्रचार प्रसार चल रहा है। सबसे ज्यादा चर्चा में सीहोर के पंडित प्रदीप मिश्रा और बागेश्वरधाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हैं। इन अगले दो महीने के कार्यक्रम फुल हैं। वहीं जया किशोरी, कमल किशोर नागर, पंडोखर सरकार समेत अन्य कथाकारों को भी खूब बुलाया जा रहा है। कथा के इस मौसम में बड़े कथाकारों के साथ छोटे कथावाचकों को भी बुलावा आने लगा है।