धार जिले के खलघाट में जयस के दोनों गुट के नेताओं ने मिलाया हाथ, विधानसभा चुनाव 2023 का फूंका बिगुल

author-image
The Sootr
एडिट
New Update
धार जिले के खलघाट में जयस के दोनों गुट के नेताओं ने मिलाया हाथ, विधानसभा चुनाव 2023 का फूंका बिगुल

INDORE. आदिवासी संगठन जयस के दोनों गुटों के नेताओं में आपसी समझौता हो गया है। इसी के साथ विधानसभा चुनाव 2023 में ताल ठोंकने का ऐलान भी कर दिया है। खलघाट में जयस के सभी गुटों के बीच हुई बैठक में हीरालाल अलावा, विक्रम अछालिया, महेंद्र कन्नौज ने हाथ मिलाया है। ये सभी जयस के संस्थापक सदस्य माने जाते हैं। धार जिले के खलघाट में जयस के बीच महागठबंधन हुआ है। आदिवासी सीटों पर इस संगठन का खासा प्रभाव बताया जाता है। सूत्रों की मानें तो करीब 50 आदिवासी बाहुल्य सीटों पर जयस का असर है। जयस ने 2023 में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। 



15 बिंदु पर चर्चा की गई



1. जयस के वरिष्ठ संस्थापक सदस्यों के बीच मतभेद समाप्त कर एकजुट करना।



2. जयस कार्यकर्त्ता, पदाधिकारियों द्वारा सोशल मीडिया वार पर तत्काल रोक लगाना और भविष्य में ऐसी कोई अनुशासनहीनता न करेंगे, न करने देंगे, जिससे जयस या किसी भी सामाजिक साथी कार्यकर्त्ता की छवि धूमिल हो।



ये खबर भी पढ़ें...






3. जयस नाम की जितनी FB ID है सबको वैरीफाई करना। नाम के आगे पीछे जयस लिखें कार्यकर्ताओं की पहचान कर उन्हें अनुशासन सिखाना न की एक दूसरे के ऊपर टीका टिप्पणी करना। यदि कोई इस प्रकार का कृत्य करता है तो जयस अनुशासन कमेटी वो किसका फॉलोवर है देखकर उससे बात कर समझाइश देगी न मानने पर सबंधित पदाधिकारी को पद मुक्त किया जा सकता है।



4. जयस के नाम पर या jays पदाधिकारी यदि चुनाव लड़ते है तो 2 माह पहले स्पष्ट कर पद से सार्वजनिक इस्तीफा देंगे और फिर जहां जाना जाकर राजनीति करेंगे। इस दौरान वो जयस झंडे गमछा का उपयोग कतई नहीं करेंगे, न ऐसा प्रचार करेंगे। इस सबंध में निर्णय अनुशासन कमेटी द्वारा लिए जाएंगे। उस चुनावी कैंडिडेट की क्या मदद करना या न करना सबंधी निर्णय अप्रत्यक्ष लेकर समाज के सामने सार्वजनिक प्रस्तुत करवाएंगे।



5. जयस पदाधिकारी निष्पक्ष गैर राजनीतिक ही होंगे, जो सर्व जाति-धर्म का सविंधान की प्रस्तावना अनुसार सम्मान करेंगे।



6. यदि कोई जयस नाम से या सबंध रखने वाला व्यक्ति किसी भी जाति धर्म पर टीका टिप्पणी करता है तो वो उसके निजी विचार ही माने जाएंगे। जयस का इससे कोई सबंध नहीं माना जाएगा।



7. जयस अप्रत्यक्ष पैनल द्वारा ही जयस कार्यक्रम, आंदोलन या सभी प्रकार के आयोजन की अंतिम मंजूरी देगी, जिसके बाद उस क्षेत्र की कमेटी अथवा पदाधिकारी वहां आयोजन कर पाएंगे।



8. जयस के नाम पर होने वाले प्रत्येक आयोजन सर्वप्रथम उस क्षेत्र के जमीनी कार्यकर्ता की सहमति से तय कर पदाधिकारियों द्वारा क्षेत्रीय, संभागीय अथवा प्रदेश स्तर के जिम्मेदार को अवगत करवाना होगा। उस कार्यक्रम में कौन वक्ता होंगे, कैसे बैनर, फ्लैक्स होंगे, क्या सीमाएं होंगी। ये सब अनुशासन कमेटी ही तय करेगी, जो पदाधिकारियों के माध्यम से उस कार्यक्रम की मुख्य बैठक में पहुंचकर बताएंगे।



9. जयस एक स्वतंत्र विचारधारा है। इस बात का ध्यान रखते हुए जयस कार्यकर्त्ता हमेशा निष्पक्ष बने रहेंगे कभी किसी राजनीतिक दल के कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनेगे, न उनके मंच पर दिखेंगे, न उनका फोटो,फ्लैक्स राजनीतिक दलों के आयोजन में होना चाहिए। यदि ऐसा कोई पाया जाता है तो सबंधित क्षेत्रीय पदाधिकारियों द्वारा अनुशासन कमेटी को तत्काल मय सबूत बताया जाएगा। इसके पश्चात उसे स्वतः ही संगठन से बाहर माना जाएगा।



10. जयस में चुनाव लड़ने वाले या लड़ चुके कार्यकर्ता है न कि पदाधिकारी उनके नेतृत्व में कोई भी आयोजन सफल नहीं हो सकता। इसलिए चुनाव लड़ने या लड़ चुके कार्यकर्त्ता स्वतः ही jays से मुक्त माने जाएंगे। हां वो कार्यक्रम का हिस्सा है। आम कार्यकर्ता के रूप में सदैव जुड़कर काम करेंगे, लेकिन उनको सामाजिक सार्वजनिक नेतृत्व या मंच से परहेज करना होगा।



11. जयस में अनुशासन स्थापित करने के लिए सबसे पहले निचले स्तर पर काम करने वाला पहला कार्यकर्ता चाहे वो मीडिया प्रभारी हो या तहसील ब्लॉक या जिला अध्यक्ष, सचिव  इस बात का विशेष ध्यान रखेंगे कि सार्वजनिक व्हाट्सएप ग्रुप में कौन जुड़ा है। इसकी जानकारी अपडेट कर फिल्टर कर सिर्फ कोर कार्यकर्ता को रखने की कोशिश करेंगे। ग्रुप में हो रही अवांछित, भड़काऊ, आरोप-प्रत्यारोप वाली गतिविधियों पोस्ट पर तत्काल अपना रुख साफ कर अंतिम चेतावनी देंगे।



12. कोई भी जयस कार्यकर्त्ता अथवा पदाधिकारी गुटबाजी को बढ़ावा नहीं देंगे। निष्पक्ष एकरूपता के साथ मिलकर काम करेंगे।



13. प्रत्येक ब्लॉक तहसील अथवा जिला स्तर पर एक-एक कोर कमेटी ग्रुप बनाया जाएगा, जिसमें सिर्फ मुख्य जमीनी कार्यकर्ता पदाधिकारी रहेंगे, जो उस क्षेत्र में होने वाले या बाहर के आयोजन धरना-प्रदर्शन अन्य सबंधी सूचनाओं को सर्वप्रथम शेयर कर चर्चा करेंगे। इसके बाद ही अन्य ग्रुप मे फोरवर्ड करेंगे।



14. जयस कार्यकर्ता अथवा पदाधिकारी कोई भी भड़काऊ video, टीका टिप्पणी सबंधी पोस्ट को बिना पुख्ता जानकारी के शेयर नहीं करेंगे।



15. जयस के निचले ग्राम, ब्लॉक, तहसील, जिला स्तर से प्रदेश राष्ट्रीय स्तर तक जयस के जिम्मेदार प्रवक्ता या मीडिया प्रभारी ही जिम्मेदारीपूर्वक मीडिया या अन्य समक्ष सार्वजनिक बात रखेंगे। 


MP News एमपी न्यूज Assembly elections 2023 विधानसभा चुनाव 2023 Khalghat of Dhar district meeting of Jayas leaders of both factions धार जिले के खलघाट जयस की बैठक दोनों गुट के नेता