GWALIOR. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ग्वालियर में राष्ट्रपति महात्मा गांधी पर बयान दिया है। आईटीएम यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम में वे बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के पास कोई डिग्री नहीं थी। बहुत लोगों को, वो भी पढ़े-लिखे लोगों को यह भ्रांति है कि गांधीजी के पास लॉ की डिग्री थी, लेकिन यहां मैं बता रहा हूं कि उनके पास कोई डिग्री नहीं थी। उनकी शैक्षिक योग्यता सिर्फ हाई स्कूल थी। उन्होंने गांधीजी की तारीफ भी की। कहा कि उनके पास इकलौता हथियार सत्य था, जिसका साथ उन्होंने कभी नहीं छोड़ा।
(1 of 2 M. K. Gandhi Qualifications)M. K. Gandhi passed 2 Matrics 1 from Alfred High School Rajkot, 2nd it’s equivalent in London, British Matriculation. He acquired, by studying & passing exams a Law Degree from Inner Temple, a law College affiliated to London University…
— Tushar (@TusharG) March 24, 2023
डॉ. राम मनोहर लोहिया-रचनाकारों की नजर में खण्ड-2 पुस्तक का विमोचन
डॉ. राम मनोहर लोहिया की स्मृति में यूनिवर्सिटी में डॉ. राम मनोहर लोहिया-रचनाकारों की नजर में खण्ड-2 पुस्तक का विमोचन हुआ। यह पुस्तक चांसलर रमाशंकर सिंह द्वारा संपादित की गई है। इसी कार्यक्रम में उपराज्यपाल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे।
#WATCH | J&K LG says, "...Misconception that Gandhi ji had a Law Degree. Did you know he didn't have a single University Degree? His only qualification was a High School Diploma. He qualified to practice Law but didn't have a Law Degree. He had no Degree but how educated he was." pic.twitter.com/2O3MkeZZhI
— ANI (@ANI) March 24, 2023
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गांधीजी सिर्फ हाई स्कूल का डिप्लोमा किए थे
पुस्तक का विमोचन करने के बाद सिन्हा सबसे पहले महात्मा गांधी पर बोले। उन्होंने कहा, गांधीजी सिर्फ हाई स्कूल का डिप्लोमा किए थे। अब यहां बैठे लोग मुझसे सवाल करेंगे तो मैं यह बात पूरे तथ्यों के साथ कह रहा हूं, इसका आधार है मेरे पास।
उनके जीवन में सत्य के अलावा कुछ भी नहीं था
सिन्हा ने कहा कि गांधीजी ने देश के लिए बहुत कुछ किया। लेकिन जो कुछ भी हासिल हुआ, उसका केंद्र बिंदु सत्य था। उनके जीवन के तमाम पहलुओं पर गौर करें तो उनके जीवन में सत्य के अलावा कुछ भी नहीं था। चाहे कितनी भी चुनौतियां हों, महात्मा गांधी ने कभी भी सत्य का परित्याग नहीं किया और अपनी अंतरात्मा की आवाज को पहचाना। नतीजतन, वह राष्ट्रपिता बने।
कबीर और सचिन ने पहचानी थी अपनी अंर्तध्वनि
सिन्हा ने कहा कि कबीर दास पढ़ने की बात छोड़िए, वह नाम लिखना भी नहीं जानते थे। लेकिन उन पर एक हजार से ज्यादा पीएचडी हो चुकी हैं। कबीर ने भी अपनी अंर्तध्वनि पहचानी। सचिन तेंदुलकर के पास भी कोई डिग्री नहीं थी। वह सिर्फ हाई स्कूल पास हैं। उन्होंने भी अपनी अंर्तध्वनि पहचानी।
पड़पोते ने बताया- गांधीजी ने 2 मैट्रिक्स पास कीं थी, लंदन से लाॅ भी की
सिन्हा के बयान के बाद महात्मा गांधी के पड़पोते तुषार गांधी ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि मेरे परदादा ने 2 मैट्रिक्स पास कीं। एक राजकोट के अल्फ्रेड हाई स्कूल से और दूसरी लंदन से। उन्होंने लंदन यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड इनर टैंपल लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री हासिल की।