राजेंद्र मालवीय, NARMADAPURAM. नर्मदापुरम में ड्राइवर की हत्या करने वाले डॉ. सुनील मंत्री को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। पैसों के लेनदेन को लेकर डॉ. सुनील मंत्री ने ड्राइवर की हत्या की थी। सबूत मिटाने के लिए डॉ. सुनील ने लाश के आरी से 70 टुकड़े कर दिए थे। इसके बाद टुकड़ों को एसिड से भरे ड्रम में डाल दिए थे।
करीब सवा 3 साल बाद हुई सजा
ड्राइवर की हत्या के मामले में आरोपी डॉ. को करीब सवा 3 साल बाद सजा सुनाई गई है। नर्मदापुरम कोर्ट सेकंड एडीजे हिमांशु कौशल ने फैसला सुनाते हुए आरोपी को उम्रकैद और 15 हजार रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई है। मामले में सरकारी वकील की ओर से करीब 25 गवाहों के बयान और डीएनए रिपोर्ट के आधार पर आरोपी डॉक्टर को दोषी पाया गया।
5 फरवरी 2019 को की थी हत्या
5 फरवरी 2019 को मेडिकल ऑफिसर डॉ. सुनील मंत्री ने अपने ड्राइवर का बेरहमी से कत्ल कर दिया था। ड्राइवर की लाश के आरी से करीब 70 से ज्यादा छोटे-छोटे टुकड़े करके एसिड से भरे ड्रम में डाल दिए थे। हत्यारे डॉ. सुनील मंत्री ने ड्राइवर वीरू पचौरी को पहले बेहोशी का इंजेक्शन देकर बेहोश किया था। आरोपी डॉक्टर के घर में 20 लाख रुपए रखे हुए थे और ड्राइवर किसी भी तरह से उन पैसों को लेनदेन में लेना चाहता था, इस बात को लेकर डॉ. सुनील मंत्री ने ड्राइवर को मौत के घाट उतार दिया।
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2 दिनों तक लाश के टुकड़े करता रहा डॉक्टर
डॉ. सुनील मंत्री ने पहले बेहोश ड्राइवर का गला काटा। इसके बाद आरी से उसके शव के छोटे-छोटे टुकड़े कर दिए। डॉ. करीब 2 दिनों तक ड्राइवर के शव के टुकड़े करता रहा। हत्यारे डॉ. सुनील मंत्री का बाजार से एसिड की बोतलों की पेटियां खरीदना और रातभर उसकी संदिग्ध गतिविधियों की भनक पुलिस को मुखबिरों के जरिए मिली थी। तीसरे दिन पुलिस हत्यारे डॉ. सुनील मंत्री के घर आ पहुंची और डॉ. मंत्री शव के टुकड़े करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।